योकोहामा - स्थिति: ३५ २५उ० अ० तथा १३९ ३६ पू० दे०। जापान के पूर्वी तट पर स्थित नगर है। यह टोकियो के निकट में पड़ता है। सन् १९२३ के भूकंपश् में यह पूर्णतया नष्ट हो गया था परंतु जापानियां ने परिश्रम करके इसे फिर विकसित कर लिया है। अब यहाँ पर अनेक विशाल भवन तथा जहाजों के ठहरने के लिये अच्छे अच्छे स्थान बन गए हैं। योकोहामा शीतोष्ण अथवा चीन तुल्य जलवायु के प्रदेश में आता है। यह देश का सबसे बड़ा बंदरगाह होने के साथ ही साथ एक उन्नतिशील औद्योगिक नगर भी है। जापान का अधिकतर विदेशी व्यापार यहीं से होता है। यह टोकियो का भी बंदरगाह है। इस बंदरगाह से होकर देश में बने हुए परिष्कृत माल का निर्यात तथा बाहर से कच्चे माल एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का आयात होता है। [रामसहाय खरे]