यिरासेक, अलोइस (Yirasek-Aloisश् )- ( १८५१-१९३०) चेक भाषा और इतिहास के अध्यापक थे । उनकी मुख्य

कृतियॉं ( उपन्यास, कहानियाँ और नाटक ) मुख्यत: ऐतिहासिक प्रत्यंगो पर हैं । हुसित् युग और ओदोलन

विषयक उपन्यास हमारे विरूद्ध संसार, काले युग के दौरान में मध्ययुग के प्रगतिशील तत्वों पर प्रकश डाल रहें हैं । अन्य कृतियाँ, जैसे सीमारक्षक लोग, सभी के विरूद्ध आदि उपन्यासों में चेक विदेशी अत्याचार के विरूद्ध लड़ते दिखाई देते हैं । यिरासेक का महत्व इस बात में है कि उन्होने ऐतिहासिक यथार्थवादी उपन्यास लिखने का प्रारंम्भ किया । उनकी कृतियों में चेक जनता की प्रशंसा की जाती हैं ।

अन्य कृतियाँ : फ० ल० वेक (उपन्यास), हमारे यहाँ (उपन्यास), दर्शन इतिहास (कहानियाँ ), लालटेन (नाटक ), यन जिसका (नाटक ),यन हुस (नाटक ) आदि । [ओडोलने स्मेकल]