मौंज्ह़, गास्पार (Monge, Gaspard, 1746 ई०-१८१८ ई०) फ्रांसीसी गणितज्ञ थे। इनका जन्म १० मई, १७४६ ई० को बोन के एक निम्नवगीग्य परिवार में हुआ था। एक कर्नल की कृपा से ड्राइंग एवं निरीक्षण की शिक्षा देनेवाले एक स्कूल में इन्हें प्रवेश मिल गया। किलेबंदी के नक्शों के लिये अंकगणितीय विधियों द्वारा की गई लंबी गणनाओं से उकताकर, इन्होंने इस कार्य के लिये एक संक्षिप्त ज्यामितीय विधि का आविष्कार कर वर्णनात्मक ज्यामिति का श्रीगणेश किया। तदुपरांत इन्होंने इसपर अनेक शोधपत्र लिखे, वैश्लेषिक ज्यामितिय में रेखा के समीकरण का विधिवत् प्रयोग किया, द्विघातीय पृष्ठों पर महत्वपूर्ण अनुसंधान किए, और पृष्ठों के सिद्धांत तथा आंशिक अवकल समीकरण के अनुकलन के मध्य प्रच्छन्न संबंध का आविष्कार किया। इनके अतिरिक्त मौंज्ज्ह ने वक्रतीय वक्रों के अवकल किए, वक्रता के सामान्य सिद्धांत की रचना की और इसका प्रयोग दीर्धवृत्तज के अध्धययन में किया । इनके प्रसिद्ध ग्रंथ , स्तातिक्स , (Statice), १७८६ ई०, आप्लिकास्यों द लालजैब्र (Application de 1,algebre a la geometri),१८०५ई० तथा आप्लिकास्यों द लानालीज आला जेओमेत्रि (Application de 1` analyse a la geometrie) है । २८ जुलाई १८१८ ई० को पेरिस में इनकी मत्यु हो गई ।

सं० ग्रं०-- बी० ब्रेसों नोिस इस्तोरिक्क सयूर गासपार मौज्ह ।