मोलिब्डेनाइट (Molybdenite) धात्विकी चकमवाला खनिज है, जो कागज पर अपना निशान बना देता है। यह काले रंग का होता है, पर इसके चूर्ण का रंग कुछ हरापन लिए रहता है। इस खनिज की परत लचीलीहोती है तथा पृथक भी की जा सकती है। इसकी कठोरता १.५, आपेक्षिक घनत्व ४.७ तथा सूत्र मोगं२ (MoS2) है। इस खनिज से मोलिब्डेनम धातु प्राप्त होती है। युद्धकाल में इस धातु की माँग बहुत अधिक होती है। मोलिब्डेनम की सहायता से विशेष प्रकार का इस्पात तैयार किया जाता है, जो लचीला, शक्तिशाली तथा पैना होता है। मोलिब्डेनम युक्त इस्पात का उपयोग भिन्न भिन्न प्रकार के यंत्र तथा उपकरण बनाने में किया जाता है। विद्युत् और एक्स किरण यंत्रों में भी इस इस्पात का उपयोग होता है।
मोलिब्डेनाइट, ग्रैनाइट और पैग्मेटाइट में, तथा धारियों और पुनर्निदिष्ट निक्षेपों में मिलता है। भारत में यह खनिज बिहार, असम, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में मिला है। मोलिब्डेनाइट के विश्व के सबसे बड़े निक्षेप संयुक्त राज्य अमरीका, के कॉलोरैडो राज्य में हैं। [महाराजनारायण मेहरोत्रा]