मोरेतो, इलश्(अलेसांद्रो बोविसीनो) बेनिस का चित्रकार। १४९८ में वह अल्पाइन के एक छोटे से गाँव में उत्पन्न हुआ था। चित्रकला में बाल्यकाल से ही स्वाभाविक रुचि थी। बड़ा होने पर वेनिस आकर उसने प्रसिद्ध कलाकार तिशाँ को शिष्या ग्रहण की। बाद में वह रेफील की कला की ओर आकृष्ट हुआ। मोरेत्तो ने उन सभी कलाकरों की कृतियों का अध्ययन किया जो उसे प्रभावित करते थे और जो भी उनकी कला में उसे भाता था उसे वह अपनी कला में प्रयुक्त करता था। अधिकत्तर उसेन धार्मिक चित्र बनाए हैं। उसके चित्रों में क्रियात्मकता (ऐक्शन) के स्थान पर भव्यता ओर कोमलता प्रधान थी। उसका अपना संपूर्ण जीवन पवित्रता तथा धार्मिकता के साथ व्यतीत हुआ था। वह विश्वास करता था कि चित्र बनाने की मूल प्रेरणा उसे ईश्वर से मिलती है। उसने बड़ी साधना तथा लगन के साथ अपनी कला को एक निखरा रूप प्रदान किया। सेंट जूस्तीना ऐंड डीनर उसका अति प्रसिद्ध चित्र है। [रा०चं०शु0]
मोलेकाज़श्(Moluccas) द्वीपसमूह, यह द्वीपों का एक समूह हैं, जो पूर्वी हिंदेशिया में, सेलेबीज तथा न्यूगिनी के मध्य में ३२,३०० वर्ग मील पर फैला हुआ है। इसके अंतर्गत हेमाहारा, सीराम, बूरू, अंवोइना, तेरनाट, अरु द्वीप तथा कोई द्वीप सम्मिलित हैं। ये सभी ज्वालामुखी तथा अन्य शुष्क उजाड़ पर्वतमालाओं द्वारा भरे पड़े हैं। कहीं कहीं चौड़े समतल मैदान हैं, जो अत्यंत उपजाऊ हैें। मैदानों में सभी तरह की उष्ण कटिबंधी वस्तुएँ उत्पन्न की जाती हैं। यहाँ से गरी, गरम मसाले तथा कड़ी लकड़ियों का निर्यात होता है। [विजयराम सिंह]