मारियु, गस्ताव (१८२६ऽ९८) फ्रांसीसी चित्रकार और अध्यापक। मोरियु महत्वपूर्ण चित्रकला शिक्षक के रूप में प्रसिद्ध है और उसका नाम ऐतिहासिक महत्व का हो गया है। आधुनिक चित्रकला के दो अत्यंत जोरदार आंदोलन फाविज्म (जंगलवाद) तथा सुरिअलिज्म (अति यथार्थवाद) मोरियु के शिष्यों द्वारा ही जलाए गए। इनमें रुओं, मतीस्स, मार्के तथा जी पूआय प्रमुख हैं। यह इकोल द नेशनल बूआ आर्ट नामक संस्था में चित्रकला का अध्यापक था। उसके शिक्षण की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि अपने छात्रों पर उसने अपने मान्यताएँ लादने का कभी प्रयास नहीं किया। छात्रों को उन्हीं के बनाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान की। यही कारण है कि उसके शिष्य अपनी मौलिकता के साथ उभर सके।

वैसे चित्रकार के रूप में मोरियु का महत्व कम नहीं है। वह पहला आधुनिक चित्रकार है जिसकी कला में निश्चित रूप से सुरिअलिस्ट कला का प्राथमिक रूप दृष्टिगोचर होता है। फैंटैंसी की दृष्टि से उसके चित्र दर्शनीय हैं। तकनीक पर भी उसको कमाल हासिल था। उसके चित्रों में ऐतिहासिक तथा धार्मिक कथाओं के आधार पर बड़ी रोचक फैंटैंसीज मिलती हैं। फ्रांस में उसके चित्रों का एक संपूर्ण संग्रहालय ही है जिसका बाद में रुओं संरक्षक नियक्त हुआ। [रामचंद्र शुक्ल]