मैत्रावरूण यह वशिष्ठ का दूसरा नाम है, तथापि कहीं कहीं इनका वशिष्ठ का बड़ा भाई माना गया है। कभी कभी अगस्त्य को भी यक नाम दिया जाता है और वशिष्ठ को मैत्रावारूणि कहते हैं। ब्रह्मवैवर्त पुराण में मैत्रावरूण का जन्म पुलस्त्य के मानस से बतलाया गया है और पद्मपुराण के अनुसार होताश् में से एक का नाम मैत्रावरूण है। दूसरे दो अच्छीवाक तथा ग्रावस्तुत हैं और ब्रह्मा, उद्गाता, होताश् एवं अध्वर्यु में से प्रत्येक के तीन तीन परिवार माने गए हैं।

ब्रह्मक्षेत्र में निवास करनेवो सात महर्षियों ने बृहस्पति, भरद्वाज तथा प्रद्युम्न के साथ मंत्रों और ब्राह्मणों का संकलन किया था। मैत्रावरूण इन सातों में प्रमुख हैं और छह के नाम वशिष्ठ, शक्ति, इंद्र, प्रमति, भरव्वसु तथा कुंडिन हैं।

[रामज्ञा द्विवेदी]