मैकऐडैम, जान लाउडन (McAdam, John Loudon, 1776-1836 o)श् स्कॉटलैंड के इंजीनियर थे, जिनके नाम पर सड़क निर्माण की एक महत्वपूर्ण विधि 'मेंकैडेमाइजिग' का नाम पड़ा।श् इनका जन्म स्कॉटलैंड के एयर (Ayr) नगर में २१ सितंबर, १७५६ ई. को हुआ। सन् १७७० में ये अपने सौदागर चाचा के साथ काम करने अमरीका गए, जहाँ से सन् २७८३ में बहुत धनवान होकर पुन: एयर लौट आए।

उस समय ग्रेट ब्रिटेन की सड़कों की दशा बहुत बुरी थी। मैकऐउैम ने, जो अपने जिले की सड़कों के लिये जिम्मेदार थे, उनके सुधार पर विचार किया। उन्होंने अपने ही व्यय से सड़क बनाने की विधियों के परीक्षण आरंभ किए। सन् १७९८ में वे फैलमथ (Falmouth) चले गए, जहाँ उन्हें सड़क निर्माण की एक सरकारी नौकरी भी मिल गई। इन्होंने अपने परीक्षणों से यह परिणाम निकाला कि अच्छी पक्की सड़क के लिये यह परम आवश्यक है कि सड़क के नीचे और ऊपरी सतह, दोनों ही स्थानों पर, जल की निकासी का पूरा प्रबंध हो। उसका ऊपरीश् स्तर पत्थर के तोडे हुए छोटे छोटे टुकड़ों से बनाया जाय, जिन्हें सड़क की गोलाई के अनुसार चुनकर लगाया जाए और फिर पानी के साथ सड़क की कुटाई की जाए। इस विधि से बनी सड़कों को जलबद्ध मैकेडेम कहा जाता है। भारत में भी सब सडकें प्रारंभ में इसी विधि से बनाई जाती हैं। जहाँ पत्थर महॅगा होता है वहाँ स्थानीय कंकड़ का उपयोग किया जाता है। कूटने के लिये अब दुरमुसों के स्थान पर मशीन से चलनेवाले बेलनों का उपयोग होता है। सन् १८१५ ई० में ये ब्रिस्टल को सड़कों के मुख्य अधीक्षक बने और सन् १८२७ में समस्त ग्रेट ब्रिटेन की सड़कों के निर्माण और मरम्मत के संबंध में उन्होंने दो पुस्तकें भी लिखीं।श् [ब्रजमोहन लाल साहनी]