मैंचेस्टर (Manchester) स्थिति : ५३� २९� उ० अ० तथा २� १४� प० दे०। यह लंदन से १८९ मील उत्तर-पूर्व तथा लिवरपूल से ३१ मील पूर्व में ४२.ऱ्ऱ्६ वर्ग मील में बसा हुआ इंग्लैंड का ही नहीं बल्कि संसार का एक प्रसिद्ध नगर है। उत्तर के कुछ भागों को छोड़ कर इस नगर की अधिकतर जमीन मैदानी है। यह नगर स्वयं में ही एक जिला तथा संसद क्षेत्र है। इस नगर की मुख्य नदियाँ इरविल, मेडलोक, इटक तथा टिव हैं। अंतिम नदी मैंनचेस्टर की सैलफोर्ड से अलग करती हैं परंतु कई स्थानों पर पुलों क्षरा सैलफोर्ड से जुड़ी है। मैंचेस्टर सूती उद्योग का संसार में सबसे बड़ा केन्द्र है और इसी कारण से यह संसार का प्रसिद्ध नगरश् हो गया है। अधिकतर कातने बनने तथा रँगने की मिलें नगर के पास पास के गाँवों में बनी हुई हैं। स्वयं नगर व्यापार एवं मालगोदामों का केंद्र है। प्रथम महायुद्ध के बाद इस नगर में कृत्रिम रेशम उद्योग भी उन्नति कर गया है। इस नगर के अन्य मु, उद्योग इंजीनियरिंग के समान, भारी मशीन, कताई एवं बुनाई की मशीनें, रेल के इंजन एवं मोटरें, वायुयान, बिजली का सामान, रसायनक एवं रँगने का समान, तेयार कपड़े, बुनाई का समान, हैट, रबर तथा कागज उद्योग हैं। मैंचेस्टर एक सुगम बंदरगाह भी है, जहाँ से कपड़े, तेल, लकड़ी तथा अनाज आदि अनेक वस्तुओं का आयत निर्यात होता है। इस नगर की उन्नति का एक मुख्य कारण लैकाशिर का कोयला क्षेत्र भी है। इंग्लैंड का यह प्रसिद्ध नगर औद्योगिक, व्यापारिक, सामाजिक तथा राजनीतिक दृष्टि से अपना स्थान रखता है। यह नगर शिक्षा का भी केंद्र है। विक्टोरिया विश्वविद्यालय के अतिरिक्त इस नगर में अनेक शिक्षाकेंद्र हैं जिनमें तकनीकी एवं साधारण शिक्षा प्रदान की जाती है। नगर में अनेक ग्रंथालय भी हैं जिनसे विद्यार्थी तथा साधारण जनता दोनों ही लाभ उठाते हैं। [शांतिलाल कायस्थ]