मेत्सु गैब्रिएल (Metsu Gabriel) चितेरा। ज० १६३० में लाइडेन की कला संस्था का १६४६ तक सदस्य था। १६५० में एम्सटर्डैम में बस गया। फ्रांस के हाल और रेमब्रांट का इस पर यथेष्ट प्रभाव है। 'एम्सटर्डैंम बाजार' तथा 'एक स्त्री मछलीवाली की दूकान पर' इसके प्रारंभिक चित्र हैं। 'खिलाड़ी', 'संगीतप्रेमी' 'सोता हुआ खिलाड़ी' आदि चित्रों की गणना उसके श्रेष्ठ चित्रों में हैं। पारिवारिक जीवन संबंधी चित्रों में 'माता द्वारा रूग्ण शिशु की परिचर्या ' श्रेष्ठ हैं। मेत्सू की मृत्यु एम्सटर्डैम में २४ अक्टूबर, १६६७ में हुई। [गुरुदेव त्रिपाठी]