मेक्सिको १. देश, स्थिति:३२� ४१' से १४� ३०' उ० अ० तथा ८६� ४४' से १७७�१०' प० दे०। यह उत्तरी अमरीका महाद्वीप में संयुक्त राज्य, अमरीका के दक्षिण में स्थित एक स्वतंत्र देश है। इसके संकरे दक्षिण-पूर्वी सिरे पर ग्वाटिमाला तथा हॉन्डुरैस देश स्थित हैं। देश के पूर्वी तट पर प्रशांत महासागर है। तटरेखा की कुल लंबाई ९,२२० किमी० है। परिचमी तट के समांतर लोअर कैलिफोर्निया प्रायद्वीप १,२२० किमी० की लंबाई में फैला है। देश का कुल क्षेत्रफल १९,७२, ५४७ वर्ग किमी० है।
प्राकृतिक बनावट एवं जलप्रवाह-----देश के मध्य में स्थित में स्थित पठारी प्रदेश लावा के जमाव से ढँका हुआ है। समुद्रतल से इस पठार की औसत उँचाई १,००० मीअर (मध्यवर्ती भाग में) से भी अधिक है। यह पठार पूर्व तथा पश्चिम में क्रमश: सिएरा माद्रे ऑर्येटल
और सिएरा माद्रे ऑक्सिडेंटाल नामक उँची पर्वतश्रेणियों से घिरा है। इन श्रेणियों एवं समुद्र के बीच निचले तथा सँकरे मैदान हैं। पर्वत श्रेणियों की उँचाई ३,००० मीटर से अधिक है और इनक उच्चतम शिखर ज्वालामुखी पर्वत के हैं। देश में ज्वालामुखी क्रिया वर्तमान में भी विद्यमान है इसका एक सुंदर उदाहरण पारीकूटीन (paricutin) ज्वालामुखी है, जो सर्व-प्रथम उद्गरित होकर १९५३ ई० तक जागृत अवस्था में था।
इस राष्ट्र की मुख्य नदियाँ रीओ ग्रैंड (Rio grand) तथा पापालोआपान (Papalopan) हैं। इनमें से दूसरी नदी जलशक्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। मेक्सिको की घाटी के अंतर्गत अनेक झीलें थीं परंतु अब केवल टेसकोको दे मोरा झील ही शेष रह गई है, जो सबसे निचली एवं खारी है और मुख्यत: वर्षाकाल में ही जल से भरी रहती है। इसी घाटी में देश का सबसे बड़ा नगर एवं राजधानी मेक्सिको स्थित है।
जलवायु-----समुद्रतल से लेकर ९०० मीटर तक के ऊँचे भागों की जलवायु साधारणत: उष्ण है और औसत वार्षिक ताप २५ सें० है। ऊँची पर्वत चोटियाँ सदा हिमाच्छादित रहती हैं। अधिकतम वर्षा दक्षिण-दक्षिण-पूर्व के टबैस्को (Tabasco) तथा च्यापास (Chiapas) क्षेत्रों में ५०० सेंमी० प्रति वर्ष से भी अधिक होती है जबकि उत्तरी एवं पश्चिमी भागों की जलवायु मुख्यत: अर्ध मरूस्थलीय है। वर्षाकाल जून से सितंबर तक रहता है।
वनस्पति एवं जीवजंतु-----यहाँ उष्ण सदाबहारीय से लेकर अर्ध मरूस्थलीय वनस्पतियाँ पाई जाती हैं, ऊँचे भागों में ओक तथा चीड़ के वृक्ष मुख्य हैं।
मुख्य नगर एवं जनसंख्या------देश की कुल जनसंख्या ३,९६,४२,६७१ (१९६४ ई०) है। मुख्य नगर मेक्सिको सिटी (जनसंख्या ३१,१८,०५९, राजधानी), एर्मोसीयो (Hermosillo), ग्वादाला-हारा, मॉन्टेरे, प्वेब्ला, सैन ब्लास, कूल्याकान, आकापूल्को आदि हैं।
यहाँ की राष्ट्रभाषा स्पैनिश है। अधिकांश निवासी रोमन कैथेलिक धर्मावलंबी हैं।
कृषि-----कुल भूमि का केवल १२ प्रति शत भाग ही कृषि योग्य है। कृषि में मशीनों का उपयोग बढ़ता जा रहा है, यद्यपि अधिकांश कृषक अब भी बैल, घोड़े अथवा खच्चर का उपयोग करते हैं। आय की दृष्टि से मुख्य फसलें क्रमानुसार कपास, गेहूँ, कहवा, गन्ना, बीन (bean),संतरा, टमाटर, सीसल, एल्फाएल्फा घास तथा धान हैं। मक्का एवं बीन का देशवासियों के भोजन में विशिष्ट स्थान है। मक्का की खेती में प्रयुक्त भूमि का क्षेत्रफल अन्य सब फसलों के संयुक्त क्षेत्रफल के बराबर है।
खनिज संपत्ति------खनिज पदार्थो का यहाँ यथेष्ट भंडार है। विश्व में इसका चाँदी उत्पादन में पहला, गंधक में दूसरा, सीसा में तीसरा, ऐंटिमनी, ग्रेफाइट तथा पारे में पाँचवा, जस्ता एवं सोने में नवाँ और ताँबे में तेरहवाँ स्थान है। अन्य प्राप्त खनिजों में मैगनीज़ कोयला, खनिज तेल, लोहा तथा यूरेनियम महत्वपूर्ण हैं। अधिकांश खनिज सिएरा माद्रे पर्वत श्रेणी में मिलते हैं।
उद्योग धंधे-----भारी उद्योगों के विकास की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उत्पादक सामग्री से संबंधित उद्योगों में लोहा, इस्पात, सेलुलोस, कागज एवं काँच उद्योग मुख्य हैं। उपभोग सामग्री से संबंधित उद्योगों में वस्त्र, गेहूँ का आटा, चीनी, वनस्पति तेल, फल, मदिरा, जूते, दियासलाई, साबुन तथा बिजली के सामान के उद्योग महत्वपूर्ण हैं। कुल औद्योगिक उत्पादन का लगभग ४० प्रतिशत मक्सिको सिटी एवं समीपवर्ती क्षेत्रोंश् से प्राप्त होता है, जहाँ शक्ति के साधन तथा यातायात की पर्याप्त सुविधाएँ हैं। औद्योगिक केंद्रों में मेक्सिको सिटी के उपरांत मॉन्टेरे का द्वितीय एवं ग्वादालाहारा का तृतीय स्थान है।
यातायात के साधन------प्रमुख सड़क मार्गो की दिशा उत्तर- दक्षिण है तथा वे संयुक्त राज्य, अमरीक का संबंध मेक्सिको एवं इसके दक्षिण स्थित अन्य देशों से स्थापित करते हैं। यातायात की दृष्टि से आंतरिक जलमार्ग महत्वपूर्ण नहीं है। अकापूल्को का समुद्र तट एक प्रसिद्ध मनोरंजन स्थल भी हैं। देश के ऊबड़ खाबड़ धरातल के कारण वायु यातायात का महत्व बढ़ता जा रहा है। हवाई अड्डों की संख्या ५५ है। रेलों की भी उन्नति हो रही है। (रा० ना० मा०)
२. खाड़ी, ऐटलैंटिक महासागर में ७,००,००० वर्ग मील में विस्तृत एक खाड़ी है। उत्तर, उत्तर-पश्चिम में संयुक्त राज्य, अमरीका, तथा दक्षिण-पश्चिम में मेक्सिको है। इस खाड़ी का संबंध खुले ऐटलैंटिक महासागर से है, लेकिन क्यूबा द्वीप समूह के कारण समुद्री प्रभावों से सुरक्षित है। इस खाड़ी की लंबाई १,००० मील, चौड़ाई ८०० मील तथा औसत गहराई ४,७०० फुट है। सिग्सबी (१२,४८० फुट) है। इस खाड़ी में गल्फ स्ट्रीम नामक एक उष्ण जलधारा का भी प्रवेश होता है, जो खाड़ी में चक्कर लगाती हुई फ्लॉरिडा के दक्षिण से होती हुई उत्तर को चली जाती है। इस खाड़ी में कई नदियाँ गिरती हैं। इन नदियों के निचले होने तथा अपने साथ बड़ी मात्रा में मिट्टी लाने के कारण खाड़ी में असंख्य छोटे छोटे द्वीप तथा लैगून पाए जाते हैं। इसके किनारे कई बड़े बड़े नगर स्थित है।
३. नगर, समुद्र तल से ७,३५० फुट की ऊँचाई पर स्थित मेक्सिको देश की राजधानी है। जलवायु स्वच्छ, ठंढ़ी शुष्क रहती है। २६ इंच वार्षिक वर्षा होती है। नगर के मध्य में स्थित मैक्सिमिलियन का महल, प्लाजा डि ला कांटिटयूसियन (जोकालो), राष्ट्रीय महल, पैलेस ऑव फाइन आर्ट दर्शनीय हैं। कपड़ा, काँच, मशीनरी, रसायनक, कागज, लोहा एवं इस्पात संबंधी कार्य नगर में होते है। यहाँ की जनसंख्या ३१,१८,०५९ (१९६४) है।