मुल्तान नगर, स्थिति : ३०१२' उ० अ० तथा ७१३१' पू० दे०। यह पश्चिमी पाकिस्तान में चिनाब नदी के समीप स्थित नगर है। यह अति प्राचीन नगर है। सिकंदर महान् द्वारा अधिकृत भारत के क्षेत्रों में इसका भी नाम था। १५२७ ई० में बाबर ने इसे मुगल साम्राज्य के अंतर्गत तथा सन् १८१८ में सिख राजा रणजीत सिंह ने इसे अपने अधिकार में कर लिया था, किंतु सन् १८४८ के बाद से लेकर भारत के विभाजन के समय तक यह ब्रिटिश शासन के अंतर्गत रहा। यह शुष्क प्रदेश तथा जलोढ़ मैदान में स्थित है। जनवरी का औसत ताप लगभग १३सें० तथा जून का ताप लगभग ३५सें० रहता है। साल में कुल सात इंच वर्षा होती है। समीपवर्ती प्रदेश में गेहूँ, बाजरा, तिलहन, तथा कपास की उपज होती है। अफ़गानिस्तान जाने के मार्ग में स्थित होने के कारण यहाँ का बाजार काफी प्रगति कर गया है। सूती कपड़ा, गलीचे, चीनी मिट्टी के बर्तन, जूते तथा रेशम का निर्माण यहाँ होता है। यहाँ कई मुसलमान संत हो चुके हैं। यहाँ एक पुराना किला भी है। इसकी जनसंख्या १,९०,१२२ (१९५१) है। पश्चिमी पाकिस्तान में मुल्तान नाम का एक डिविज़न और जिला भी है। [राजेंद्रप्रसाद सिंह]