मुत्सिआनो, गिरोलामा (१५२८-१५९२) इतालीय चित्रकार। १५५० में उसने रोम को अपनी स्थायी निवासभूमि बनाया जहाँ वह मृत्यु पर्यंत रहा। अल्पावस्था में ही उसने दृश्य चित्रकार के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की। वैटिकन में अधीक्षक के पद पर रहकर वह जड़ाई और पच्चीकारी में यथार्थ अनुकृति की वर्षों साधना करता रहा। रोम में सेंट ल्यूक एकेडेमी की स्थापना में भी उसने सहायता की।
मुत्सिआनो के दो चित्र बड़े ही प्रसिद्ध हैं। रोम की सांता मेरिया चर्च में एक दृश्यांकन है जिसमें सेंट जेरोम मरुस्थल में ईसाई साधुओं को उपदेश दे रहे हैं तथा रीम्स की चर्च में एक दूसरी कलाकृति है जिसमें ईसा अपने शिष्यों के चरण धोते हुए दिखाए गए हैं। आरविएटो और लोरेटों में उसने काम किया। रोम स्थित महलों और गिर्जाघरों में भी उसकी अनेक कलाकृतियाँ उपलब्ध हुई हैं। [शचीरानी गुर्टू]