मुक्तिसेना (सैलवेशन आर्मी) के संस्थापक विलियम बूथ (सन् १८२९-१९१२ ई०) ऐंग्लिकन चर्च को छोड़कर मेथोडिस्ट पादरी बन गए। सन् १८६१ ई० में वह लंदन आकर निम्न वर्ग के लोगों में सुसमाचार (गॉस्पेल) का प्रचार करने लगे और इस उद्देश्य से उन्होंने 'दि क्रिस्चियन रिवाइवल सोसाइटी' की स्थापना की, जिसे बाद में 'दि क्रिस्चियन मिशन' का नाम दिया गया। सन् १८७८ ई० में 'दि क्रिस्चियन मिशन' का रजिस्ट्रेशन हुआ और बताया गया कि यह एक धार्मिक संस्था है जिसके सदस्य सुसमाचार का प्रचार करने का भार कर्त्तव्य के रूप में स्वीकार करते हैं। सन् १८८० ई० में इस संस्था का 'मुक्तिसेना' नाम रखा गया। इस नाम का कारण यह है कि अंग्रेजी सेना के अनुकरण पर इसका गठन किया गया था। इसके सदस्य बाइबिल, ईसा के ईश्वरत्व आदि मुख्य ईसाई धर्मसिद्धांतों पर विश्वास करते हैं किंतु वे बपतिस्मा आदि ईसाई संस्कार अस्वीकार करते हैं। मुक्तिसेना का मुख्यालय लंदन में है किंतु उसके सदस्य लगभग ८५ देशों में सामाजिक सेवा के विभिन्न कार्यों में लगे हुए हैं। उनकी कुल सदस्यता २० लाख बताई जाती है। [कामिल बुल्के]