मुंट्ज़, ऐचिल चार्ल्स (सन् १८४८-१९१७) फरासीसी कृषि रसायनज्ञ थे। इन्होंने श्लोएसिंग (Schloesing) के साथ जल की परिष्करण विधियों की खोज करते समय यह पाया कि गंदे जल में अमोनिया बनता और नाइट्रेट में परिवर्तित होता रहता है। इन्होंने सिद्ध किया कि यह संपूर्ण क्रिया जीवाणविक है तथा नाइट्रौकरण में नाइट्राइट और नाइट्रेट दोनों बनते हैं। मिट्टी में यह क्रिया चूने की मात्रा तथा पीएच पर निर्भर करती है। मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों के ऑक्सीकरण से संबंधित कुछ प्रयोग भी इन्होंने किए। [शिवगोपाल मिश्र]