मिलरा अलेग्जांद्र [millerand alexandre] एक फ्रांसीसी राजनेता जो १८२५ में क्रांतिकारी समाजवादी दल की ओर से प्रतिनिधि सभा [chamber of deputies] का सदस्य चुना गया।

१८९९ में मिलरां पहला समाजवादी विचारक था जिसे फ्रांस के मंत्रिमंडल में स्थान प्राप्त हुआ। फ्रांस ने इसके राजनीतिक जीवन का गौरव इसे फ्रांस के गणतंत्र का राष्ट्रपति पद देकर (१९२०-२४) किया। यह क्रांतिकारी समाजवादी था और मार्क्स के समाजवादी विचारों का अनुयायी था। धीरे धीरे इसका झुकाव उदारवादी समाजवाद की ओर होने लगा। कहा जाता है, इसके विचारों के परिवर्तन के कारण दल के मार्क्सवाद का प्रभाव क्षीण होने लगा और इस दल की शक्ति भी घटने लगी। पहले ये उत्पादन के साधनों के सामूहिक स्वामित्व तथा मजदूरों के अंतरराष्ट्रीय संगठन आदि विचारों पर निष्ठा रखता था। परंतु वाल्डेक रूसो [waldeck rousseau] के मंत्रिमंडल में प्रवेश करने के लिये व्यावहारिक एवं उपयोगी सुधार करके संतुष्ट हो गया। मजदूरों की स्थिति में सुधार, श्रमिकों को संघ बनाने की स्वीकृति, व्यापार का विकास, डाक संगठन का विकास, शिल्पकला प्रशिक्षण, व्यवसायी जहाजों के सुधार आदि कार्यो को उसने उत्साह से किया। इसका विशेष उल्लेखनीय प्रस्ताव 'बूढ़ों को पेंशन' की व्यवस्था करने के संबंध में था जो १९०५ में कानून बन गया।(शुभदा तैलंग)