मार्क एकेंसाइड (अंग्रेज कवि और वैद्य) (१७२१-१७७०) मार्क ऐकेंसाइड जान आर्मस्ट्रांग के समान ही कर्मणा वैद्य थे, परंतु स्वभावत: काव्यपारखी तथा साहित्यप्रेमी थे। यह एक कसाई के पुत्र थे और ह्विग पार्टी के उत्साही समर्थक। उनके लेखों में ह्विग दलीय सिद्धांतों का विशद प्रतिपादन हुआ है। काव्यरचना का उन्हें विशेष शौक था, परंतु उनकी प्रतिभा साधारण कोटि की ही थी, जैसा उनकी सर्वप्रसिद्ध कविता 'प्लेजर्स आव इमैजिनेशन' से स्पष्ट है। इस बृहत काव्य में मिल्टन की ओजपूर्ण शैली का असफल अनुकरण है, परंतु विचार ऐडिसन के तद्विषयक लेख के अनुरूप हैं। एकेंसाइड टामस ग्रे तथा कालिंस के समान ही ग्रीक साहित्य के विद्वान तथा ग्रीक प्रवृत्ति के प्रतिपादक थे। उनकी व्यंगात्मक शैली का सर्वोत्तम उदाहरण 'दी इपिसिल टु क्यूरियो' में मिलता हैं जहाँ हदय के वास्तविक उद्गारों के साथ साथ शैली में काफी स्फूर्ति आ गई हैं।

सं० ग्र०ं --- व्यूके, सी० : आन दी लाइफ ऐंड जीनियस आव मार्क एकेंसाइड,१८३२।