मान्तेन्या आंद्रेया (Mantegna, Andrea, 1431-1506) इतालीय चित्रकार जो माइकेल आंजेलो का समकालीन था। उसने बेलीनो से चित्रकला की शिक्षा ग्रहण की। वेनिसी चित्रकला उन दिनों रंगसंगति के क्षेत्र में प्रसिद्ध थी, जबकि फ्लॉरेंस की चित्रकारी अपने रेखांकन के कारण। आंद्रेया ने अपनी शैली में ग्रीक मूर्तियों से अपनाया हुआ सुडौल रेखांकन उभारा और वेनिसी कला में मँजी हुई रंगसंगति भी उसके साथ जोड़ दी। शीघ्र ही उसकी ख्याति चारों ओर फैल गई। पोप इनोसांत (अष्टम) ने उसे अपने सुप्रसिद्ध बेलवेदेरे प्रासाद में भित्तिचित्र बनाने का आदेश दिया। यह काम उसने बड़ी मेहनत और कौशल से संपन्न किया। पोप ने भी उसकी यथोचित प्रशंसा की और उसे पर्याप्त पुरस्कार दिया। अपने अंतिम दिनों में मांतेन्या ने मांतुवा शहर में अपने आवास के लिये सुंदर सा मकान बनवाया जहाँ सन् १५०६ में उसका देहांत हुआ।

मांतेन्या के अनेक चित्र देश विदेश के राष्ट्रीय संग्रहालयों में रखे गए हैं। 'मादोना और शिशु', 'सिपियो की विजय' आदि चित्र लंदन के नेशनल गेलेरी में हैं।

[दिनकर कौशिक]