माक्सिमिलियन प्रथम (१४५९-१५१९) अंतिम रोमन सम्राट् और फ्रेडेरिक तृतीय का पुत्र था, जिसका जन्म २२ मार्च, १४५९ को आस्ट्रिया में हुआ। वह महान् खिलाड़ी था और विविध भाषाओं, कला और विज्ञान के क्षेत्र में भी उसकी अच्छी पहुँच थी। १८ अगस्त, १४७७ को उसकी शादी मेरी से हुई जो बरगंडी के ड्यूक चार्ल्स की पुत्री और उसकी उत्तराधिकारिणी थी। इस शादी के द्वारा माक्सिमिलियन को बरगंडी का प्रदेश मिला। इसके पौत्र फर्डीनेंड की शादी हंगरी और बहेमिया की ऐनी के साथ होने के कारण वह प्रदेश भी इसे मिल गया। यह सारे प्रदेश हैप्सबर्ग राज्य में मिला दिए गए। इस प्रकार हैप्सबर्ग राज्य के प्रभुत्व में पूर्वी अंचल के तीन विस्तृत प्रदेश जुड़ गए।
माक्सिमिलियन ने रोमन साम्राज्य के प्रशासन का पुनर्गठन करने के लिये अथक प्रयत्न किया और उसमें उसे आशातीत सफलता मिली। उसने अपने प्रशासन में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए जिसके कारण उसने महान् लोकप्रियता प्राप्त की। १२ जनवरी, १५१९ को अपर आस्ट्रिया के वेल्स स्थान पर उसकी मृत्यु हो गई।
माक्सिमिलियन अनेक व्यक्तिगत गुणों से संपन्न था। वह स्वभाव का सरल और रुचि का उदार था। वह एक जन्मजात बहादुर और निर्भीक शिकारी था। अपने मधुर स्वभाव के कारण उसने आजीवन किसी को शत्रु नहीं बनाया। उसने विएना विश्वविद्यालय का पुनर्गठन किया और अन्य विश्वविद्यालयों के विकास को प्रोत्साहित किया। एक लेखक के रूप में 'सैनिक सुधार' नामक उसकी पुस्तक बहुत प्रसिद्ध है। चार्ल्स पंचम के विस्तृत साम्राज्य के मार्ग प्रशस्त करने का श्रेय माक्सिमिलियन के सुयोग्य प्रशासन को ही प्राप्त है।श्
[(स्व.) सत्येदेव विद्यालंकार]