माइकेल्सन, ऐल्बर्ट ऐब्रैहैम (१८५२-१९३१ई०) अमरीकी भौतिकविज्ञानी एवं नोबेल पुरस्कार विजेता (१९०७ ई०) थे। इनका जन्म १९ दिसंबर, १८५२ ई० को जर्मनी के स्ट्रेल्नो (Strelno) नगर में हुआ, किंतु इनके माता पिता इनके जन्म के दो वर्ष पश्चात् सैन्फ्रैंसिस्को (संयुक्त राज्य, अमरीका) में जाकर बस गए। इनकी शिक्षा सैन्फ्रैंसिस्कों में हुई। १८७५ ई० में अमरीकी जलसेना ऐकेडेमी में भौतिकी एवं रासायन के शिक्षक नियुक्त हुए और १८९२ ई० में शिकागो विश्वविद्यालय में भौतिकी विभाग के अध्यक्ष हो गए।

जब ये क्लीवलैंड में थे, तब इन्होंने १८८७ ई० में व्यतिकरणमापी (interferometer) का आविष्कार प्रकाश के वेग पर पृथ्वी की गति का प्रभाव जानने के लिये, किया। इस यंत्र की सहायता से यं प्रकाशतरंगों के द्वारा दूरियों के ठीक मापन में सफल हुए मॉर्लि के साथ इन्होंने पृथ्वी के वेग का प्रकाशवेग की सहायता से ज्ञात करने के लिये प्रयोग किए, जो माइलकेल्सन मॉर्लि प्रयोग के नाम से विख्यात हैं। माइकेल्सन ने कैडमियम प्रकाश के तरंगदैर्ध्य की सहायता से मीटर की लंबाई मापी। तारे के व्यास को मापने के लिये इन्होंने व्यतिकरणमापी का उपयोग १९१० ई० में किया। (अंबिका प्रसाद सक्सेना)