मसीहचरण सिंह, पादरी डाक्टर पादरी एमo सीo सिंह का जन्म १८८४ ईo में मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। उनका प्रारंभिक शिक्षा कानपुर के मेथोडिस्ट मिशन सेंट्रल स्कूल में हुई। १९१२ ईo में वे अमरीका चले गए और १९१४ ईo में उन्होंने बीoo की डिग्री इवानस विले कालेज, इंडिआना, यूo एसoo से प्राप्त की।

१९१५ में अमरीका से भारत लौटने पर लखनऊ क्रिश्चियन कालेज में उनकी नियुक्ति हो गई। १९२२ में वे सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च, लखनऊ के पास्टर नियुक्त हुए। २६ वर्ष तक उन्होंने आरा (बिहार), बलिया, मुजफ्फरपुर (बिहार), बकसर, रायबरेली, कानपुर, गोंडा, बाराबंकी, लखनऊ में डिस्ट्रिक्ट सुपरिंटेंडेंट की है सियासत से काम किया। लखनऊ क्रिश्चियन कालेज तथा लखनऊ आईजाबेला थोला कालेज के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के २० वर्ष तक सदस्य रहे। तीन बार वे भारतीय चर्च की ओर से भारत के प्रतिनिधि बनकर जनरल क्रफ्रोंस में सम्मिलित होने के लिये अमरीका गए।

उनकी पुस्तक 'कॉनकॉर्डन्स ऑफ दि बाइबिल' सर्वप्रिय है। उन्होंने बहुत से अंग्रेजी गीतों का अनुवाद भारतीय भाषा में किया। उन्होंने स्वयं भी भजन तथा गीत बनाए।

वे ईमानदार तथा न्यायप्रिय व्यक्ति थे। अंग्रेज तथा अमरीकन पादरियों से कह देते थे कि अमुक फैसले में अमुक व्यक्ति के साथ अन्याय हुआ है; यह फैसला इस तरह होना चाहिए थ। वे अपना कर्तव्य भली भाँति समझते थे।

उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिये अमरीका तथा इंग्लैंड में भाषण दिए और इन दोनों की जनता को यह बतलाया कि भारत की जनता इस योग्य है कि अपना राज्य स्वयं चला सके। वे गांधी जी के सहयोगियों में से थे। वे बहुधा खादी के कपड़े पहनते थे और गांधी टोपी लगाते थे।

उन्हें बच्चों से बड़ा प्रेम था। वे कहा करते थे कि ईश्वर बच्चों में वास करते हैं। वे बच्चों की शिक्षा के लिये भिन्न भिन्न स्थानों में स्कूल खुलवाते थे। उनका कथन था कि अच्छे नागरिक बनने के लिये बच्चों को उचित शिक्षा दी जाए।

शिक्षा संस्थानों को उचित सुझाव देकर उन्होंने उनकी दशा सुधारने का प्रयत्न किया। गरीब लड़कों तथा लड़कियों के लिये शिक्षा का उचित प्रबंध किया। बाइबिल के प्रचार को भारतीय रूप दिया।

पादरी एo सीo सिंह आदर्श पुरुष थे। जहाँ कहीं वे जाते सादी और सरल रीति से रहते और सब लोगों के साथ शिष्टता का व्यवहार करते थे। वे हिंदुस्तानी की हैसियत से भाषण देना आदर और गौरव की बात समझते थे। उनकी मृत्यु २७ जनवरी, १९६४ को लखनऊ में हुई। वे सुधार और उन्नति के अनेक काम करनेवाले महान् मसीही नेता था। [मिल्टन चरण]