मविल आल्फोन्ज़ मारी दि (१८३६-१८८५) फ्रेंच चित्रकार। विशेषकर क्रीमिया, इटली और मेक्सिको में फ्रांस के आक्रमण और युद्ध के दृश्यों को सजीव रूप से प्रस्तुत करने में ख्याति अर्जित की। कालेज से 'बैचलर ऑव लेटर्स' की डिग्री प्राप्त कर वह लोरिएंट के सैन्य कालेज में दाखिल हो गया और वहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लगभग १८५६ ईo में कला की ओर आकृष्ट हुआ। उसकी सर्वप्रथम कृति एक युद्ध के पाँचवें बैटालियन का दृश्य प्रस्तुत करती थी। १८६१ में 'दि लाइट हॉर्स गार्ड्स इन दि ट्रेंचेज ऑव दि मेमलन वर्ट' नामक उसकी दूसरी कलाकृति सैलून में प्रदर्शित की गई। ज़र्मनी से युद्ध के दौरान वह स्वयं मोर्चे पर लड़ाई में शामिल हुआ। 'दि लास्ट कैर्ट्रिजेज' 'दि सरप्राइज ऐट डे ब्रेक' 'दि डिस्पैच बैअरर' आदि कतिपय सुप्रसिद्ध चित्रों के अतिरिक्त उसके जुलू युद्ध के दृश्यांकन भी सफल बन पड़े।
पुस्तकों के डिजाइन और दृष्टांत चित्र बनाने में भी वह बड़ा ही दक्ष था। उसने अनेक कथाप्रसंग और साहित्यिक विषयों को लेकर चित्र बनाए। [शाचीरानी गुर्टूदृ ]