मगलरु या मंगलोर स्थिति : १२� ५०� उ.अ. तथा ७४� ५५� पू. दे.। भारत के दक्षिण-पश्चिम स्थित मैसूर राज्य में दक्षिण कन्नड जिले का मुख्य केंद्र एवं बंदरगाह है। यह एक औद्योगिक एवं शैक्षणिक केंद्र है जो नेत्रावती नदी के मुहाने पर स्थित है। जलयान निर्माण, खाद और कहवा तैयार करना ओर मत्स्योद्योग उल्लेखनीय हैं। मुद्रण एवं बढ़ईगीरी के यंत्र और टाइल्स का निर्माण भी होता है। करघा उद्योग का यह महत्वपूर्ण केंद्र है। यह दक्षिणी रेलमार्ग का पश्चिमी तट पर अंतिम स्टेशन है। मंगलूरु पत्तन (पोर्ट) का निर्माण दो छोटी छोटी नदियों के छिछले भाग में फैले हुए पश्चजल द्वारा हुआ है। बड़े बड़े जलयान यहाँ से तीन मील दूर ही रुक जाते हैं। यहाँ से कहवा, काली मिर्च, चंदन की लकड़ी, मछली ओर मछली की खाद का निर्यात होता है। १३वीं शताब्दी में यह नगर अलूप वंश की राजधानी था। उपनगरों की जनसंख्या रहित यहाँ की जनसंख्या १,४२,६६९ (१९६१) है। [राजेंद्रप्रसाद सिंह]