भंडारा १. जिला, स्थिति २००° ४०¢ से २१०° ४७¢ उ. अ. तथा ७९०° २७¢ से ८००° ४०¢ पू. दे.। यह भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक जिला है। इसके उत्तर में बालाघाट, पूर्व में दुर्ग, दक्षिण में चाँदा और पश्चिम में वर्धा एवं यवतमाल जिले हैं। इसका क्षेत्रफल ३,५८२ वर्ग मील तथा जनसंख्या १२,६८,२८६ (१९६१) है। जिले का पूर्वी भाग अधिकतर पहाड़ी है तथा अन्य क्षेत्रों में भी बनों से आच्छादित पहाड़ियाँ हैं। यहाँ लगभग ३०० छोटी छोटी झीलें व तालाब हैं। उत्तर-पश्चिम में ज्वार एवं दक्षिण-पश्चिम में धान तथा गेहूँ उत्पन्न होता है। यहाँ मैंगनीज खनिज से विस्तृत भंडार हैं। मैंगनीज खोदना, सिगरेट आदि बनाना प्रमुख उद्योग हैं। यहाँ की जलवायु नागपुर से कुछ ठंडी रहती है। गरमी का ताप लगभग ४४० सें. से ऊपर नहीं जाता। वर्षा का वार्षिक औसत लगभग ५५ इंच है। गोंदिया, तुमसर तथा भंडारा जिले के प्रमुख नगर हैं।
२. नगर, स्थिति : २१०° १०¢ उ. अ. तथा ७९०° ४०¢ पू. दे.। भंडारा जिले में वेनगंगा नदी के किनारे स्थित एक नगर है। यहाँ सूती कपड़ा, पीतल के तार आदि बनाने का कार्य होता है। पीतल के उद्योग में इस नगर की ख्याति पूर्वकाल में अधिक रही है। इसीलिए पीतल की तश्तरी जिसको वहाँ 'भान' कहते हैं के आधार पर ही नगर का नाम भंडारा पड़ा। नगर में गाओलिस (Gaolis) का बनवाया एक किला है। यहाँ की जनसंख्या २७,७१० (१९६१) है। (सुरोचंद्र शर्मा)