ब्लॉकमैन, हेनरी फरडीनेंड (१८३८-१८७८) का जन्म जर्मनी के ड्रैस्डन शहर में ८ जनवरी, १८३८ को हुआ। उसके पिता छपाई का धंधा करते थे। ब्लॉकमैन ने ड्रैस्डन, लाइप्ज़िक और पैरिस में शिक्षा प्राप्त की। १८५८ में अंग्रेजी फौज में भर्ती हुआ, किंतु शीघ्र ही फौज की नौकरी छोड़कर पी. एंड ओ. (जहाजरानी कं.) में दुभाषिये के पद पर नियुक्त हो गया। वारन हेस्टिंग्ज द्वारा स्थापित कलकत्ता मदरसा में १८६० में सहायक प्राध्यापक के पद पर नियुक्त हुआ। १८६१ में कलकत्ता विश्वविद्यालय से बी. ए. की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात् तीन वर्ष तक डवटन कालेज में प्राध्यापक रहा। १८६५ में वह कलकत्ता मदरसा की सेवा में वापिस आ गया, और अपनी मृत्यु तक उसका प्रेसीडेंट रहा। ब्लॉकमैन को प्रारंभ से ही एशियाटिक सोसाइटी में विशेष दिलचस्पी थी और वह उसके भाषाशास्त्रीय विभाग (philological section) का सेक्रेटरी था। एशियाटिक सोसाइटी की पत्रिका में ब्लॉकमैन के बहुत से लेख छपे। उसका सबसे महत्वपूर्ण कार्य अबूल फजल की आईने-अकबरी की पहली जिल्द का अंग्रेजी भाषा में अनुवाद करना था। यह पुस्तक १८७३ में पहली बार कलकत्ता से प्रकाशित हुई। इसका दूसरा संशोधित संस्करण १९२७ में छपा। यह अनुवाद ब्लॉकमैन ने कई नुस्खों के आधार पर किया, और एक फारसी प्रतिलिपि भी तैयार की जो नवलकिशोर प्रेस, लखनऊ से (बिना ब्लॉकमैन का नाम बताए) १८८२ में प्रकाशित हुई।

ब्लॉकमैन का अनुवाद फ्रांसिस ग्लेडविन के अनुवाद की अपेक्षा, जो १७८३ में छपा था, कहीं अधिक विश्वसनीय है। ब्लॉकमैन की पादटिप्पणियों ने इस पुस्तक को और भी मूल्यवान् बना दिया है। किंतु ब्लॉकमैन को आईने-अकबरी के सर्वश्रेष्ठ नुस्खे, जो ब्रिटिश म्यूजियम में सुरक्षित हैं, प्राप्त न हो सकने के कारण और भूमिव्यवस्था का समुचित ज्ञान न होने के कारण अंग्रेजी अनुवाद में बहुत सी अशुद्धियाँ आ गई हैं। ब्लॉकमैन को फारसी और अरबी का बड़ा ज्ञान था। उसने एक और पुस्तक दी प्रासोडी ऑव द पर्शियंज़ (The Prosody of the Persians) भी लिखी है। ब्लॉकमैन की मृत्यु १३ जुलाई, १८७८ को हुई।

सं. ग्रं. ¾ सी. ई. बकलैंड कृत डिक्शनरी ऑव इंडियन बायोग्राफी (सतीश चंद्र)