ब्राज़िल स्थिति : ५� ०� उ. अ. से ३४� ०� द. अ तथा ३५� ०� प. दे. से ७४� ०� प. दे.। दक्षिणी अमरीका के उत्तर-पूर्व में स्थित दक्षिणी अमरीका का सबसे बड़ा तथा रूस, कैनाडा, चीन, संयुक्त राज्य अमरीका के बाद विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा देश है। इसका क्षेत्रफल ३२,८६,१११ वर्गमील है। इसके उत्तर-पूर्व, पूर्व तथा दक्षिणपूर्व में ऐटलैंटिक महासागर ४,९०० मील की समुद्री रेखा बनाता है। इसके पश्चिम में पेरू, बोलिविया, दक्षिण-पश्चिम में पैराग्वे, अर्ज़ेटीना तथा यूरुग्वे, उत्तर-पश्चिम में कोलंबिया, बेनिज़्वीला, गिआना आदि हैं। यह २२ राज्यों में विभक्त है।
धरातल - ब्राज़िल के उत्तरी भाग में ऐमेज़ॉन तथा उसकी सहायक नदियां का बेसन विस्तृत है। इस बेसिन के उत्तर में गिआना का उच्च प्रदेश है। ब्राज़िलियन उच्च प्रदेश १,००० से ३,००० फुट तक ऊँचा है। ऐमेजॉन, जापूरा, पूरूस, माडियरा, टापा जॉस, शिङगू तथा साउन फ्रैंसीशकू प्रमुख नदियाँ हैं।
जलवायु - यहाँ की जलवायु उष्ण कटिबंधीय है। वैसे जलवायु में बड़ी विभिन्नता मिलती है। सबसे ठंडा समय मई से सितंबर तथा सबसे गरम समय दिसंबर से मार्च तक रहता है। औसत वार्षिक वर्षा ४० इंच है तथा ऐमेजॉन की घाटी में वर्षा ८० इंच तक हो जाती है। रीओ डे जानेरो में सबसे गरम मास का औसत ताप लगभग २६� सें. तथा सबसे ठंडे मास का औसत ताप लगभग २०� सें. रहता है।
जनसंख्या - यहाँ की जनसंख्या ७,०७,९९,३५२ (१९६०) है। यहाँ का सबसे बड़ा नगर साउंम पौलू है। इसके अन्य प्रसिद्ध नगर ब्रेसिलिया (राजधानी), रीओ डे जानेरो, सेल्वाडॉर, रेसीफे, बेलेम आदि हैं। यहाँ के लोगों की प्रमुख भाषा पुर्तगाली है, तथा प्रमुख धर्म रोमन कैथलिक (ईसाई) है।
यातायात - रेलों, सड़कों तथा वायुमार्ग में काफी प्रगति हुई है। नदियों द्वारा यातायात की काफी सुविधा है। लगभग १५ बंदरगाह उन्नत अवस्था में है।
कृषि - ब्राज़िल कृषिप्रधान देश है। केला, सेम (bean), केस्टर बीन (caster bean), कहवा तथा धान के उत्पादन में विश्व में इसका प्रथम तथा कोकाआ में द्वितीय स्थान (सन् १९५९) है। इनके अतिरिक्त मक्का, गन्ना, कपास तथा गेहूँ भी पैदा होता है। वनों से प्राप्त उपजों में रबर, अखरोट, रेशा, मोम तथा इमारती लकड़ी प्रमुख हैं। कृषि विशेषकर पूर्वी भाग में होती है।
खनिज - खनिजों में यह धनी है। मीना ज़ेराइस में सोना मिलता है। इसके अतिरिक्त बेरीलियम, क्रोम, ग्रेफाइट, मैग्नेसाइट, अभ्रक, स्फटिक, थोरियम, टिटेनियम, ज़िरकोनियम, बॉक्साइट, ताँबा, सोना, जस्ता, सीसा, टिन आदि खनिज प्राप्त होते हैं। हीरे जवाहरात यहाँ के प्रमुख खनिज हैं।
उद्योग - उद्योगों में यह देश उन्नति कर रहा है। सूती वस्त्र एवं लौह इस्पात उद्योग प्रमुख हैं। रीओ, साउंम पौलू, मीना ज़ेराइस, वॉल्टा रेडोंडा उद्योगों के प्रमुख केंद्र हैं। यहाँ रबर बनाने के कारखाने भी हैं। इसके अलावा जूता, चमड़ा, सिगरेट आदि के उद्योग उन्नति कर रहे हैं। साउंम पौलू सूती कपड़े का सबसे बड़ा केंद्र है।
शिक्षा - सात से ११ वर्ष के बच्चों की शिक्षा अनिवार्य तथा नि:शुल्क है। वैसे शिक्षा में कोई विशेष उन्नति नहीं हो पाई है। रीओ डे जानेरो, मीना ज़ेराइस, साउंम पौलू, रीओ ग्रैंडे दो सूल, बाईआ, रेसीफे, पाराना तथा ब्रेसिलिया में विश्वविद्यालय हैं। इनके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी टेक्निकल, कृषि संबंधी तथा वैज्ञानिक शिक्षा दी जाती है। (आनंद स्वरूप जौहरी)