ब्राइट, जेम्स (१८३८-१९२२) यह कुशल राजनीतिज्ञ, कानून में प्रवीण तथा ख्यातिप्राप्त इतिहासकार था। सन् १८६७ ई. में इसने वकालत करना प्रारंभ किया। आक्सफर्ड में दीवानी कानून का प्राध्यापक सन् १८७० से १८९३ ई. तक रहा। यह अपनी बौद्धिक क्षमता एवं राजनीतिक कार्यक्षमता के लिए उदारवादी दल का विचारक माना जाने लगा। सन् १८८० ई. में संसद का सदस्य बना। विदेशी विभाग का उपसचिव तथा व्यापारिक समिति का सभापति रहा। १९०५ में आयरलैंड का सचिव बनाया गया। १९०७ से १९१३ तक यह राजदूत बनाकर संयुक्त राष्ट्र अमरीका भेजा गया। वह अपनी विद्वत्ता के लिए प्रसिद्ध है। इसने 'अमरीका का गणतंत्र' १८८८ में; 'धर्मशास्त्र का इतिहास' १९०१ में;श् 'समकालीन मनीषियों की आत्मकथा' आदि अनेक ग्रंथ लिखे। देश विदेश के विश्वविद्यालयों ने इसे इसकी विद्वत्ता के लिए उपाधियाँ दी। १८९४ में यह रायल सोसायटी का सभासद बनाया गया और १९०७ में ब्रिटिश एकाडेमी का प्रधान। (शुभदा तेलंग)