बोरॉन (Boron) आवर्त सारणी तृतीय समूह का प्रथम तत्व है। इसके दो स्थिर समस्थानिक ज्ञात हैं, जिनकी द्रव्यमान संख्या १० और ११ है। इसका एक रेडियोऐक्टिव समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या १२) कृत्रिम विधियों से निर्मित हुआ है।
प्राचीन काल से बोरॉन के एक यौगिक का उपयोग होता आया है। लगभग २,५०० वर्ष पूर्व लिखी सुश्रुतसंहिता में टंकण क्षार, अथवा सुहागा, का उल्लेख आया है, जिसके अनेक उपयोग ओषधि में बताए गए हैं। इसको धातुकर्म में भी प्रयुक्त किया जाता था। बोरॉन तत्व का उत्पादन सर्वप्रथम सन् १८०८ में गैलुसैक एवं थेनार्ड ने किया। उसी वर्ष डेवी ने भी इस धातु का उत्पादन किया तथा बोरॉन नाम प्रस्तावित किया।
बोरॉन सक्रिय तत्व होने के कारण असंयुक्त अवस्था में नहीं पाया जाता, परंतु अनेक ऑक्सीजन यौगिकों के रूप में पाया जाता है। बोरैक्स, अथवा सुहागा, सो२ बो४ औ७, १० हा२औ (Na२ B४ O७ 10H२O), इसका प्रमुख यौगिक हैं, जिसका सबसे बड़ा स्रोत अमरीका का कैलिफार्निया प्रदेश हैं। बोरैक्स पहले भारत में तिब्बत प्रदेश से आता था, परंतु अब पूर्वी कश्मीर में भी इसका स्रोत ज्ञात है। इसके अतिरिक्त केरनाइट (Kernite), सो२बो४औ७. ४ हा२औ (Na२ B४ O७ 4 H२ O), भी इसका आवश्यक स्रोत है।
गेलुसैक ने बोरॉन ऑक्साइड, बो२ औ२ (B२ O३), पोटैशियम द्वारा अपचयन कर बोरॉन तत्व प्राप्त किया था। पोटैशियम बोरोफ्लोराइड के सोडियम द्वारा अपचयन से भी बोरॉन को तैयार कर सकते हैं। कुछ क्रियाओं में बोरॉन क्लोराइड अथवा ब्रोमाइड का हाइड्रोजन द्वारा अपचयन करते हैं। इसमें हाइड्रोजन को उत्तेजित करने के लिए विद्युच्चाप की आवश्यकता पड़ती है।
औद्योगिक मात्रा में बोरॉन तैयार करने की विधि इस प्रकार है : बोरॉन ऑक्साइड, मैग्नीशियम ऑक्साइड और मैग्नीशियम फ्लोराइड के सम्मिश्रण को लेकर उसके मध्य दिष्ट (direct) विद्युद्वारा प्रवाहित करते हैं। इस क्रिया का ताप १,१००� सें. रहता है, जिससे सारा सम्मिश्रण संगलित अवस्था में रहे। इस प्रकार शुद्ध बोरॉन प्राप्त होता है।
गुणधर्म - शुद्ध बोरॉन का रंग, चूर्ण अवस्था में, काला रहता है, परंतु क्रिस्टलीय बोरॉन चमकदार पादरर्शी पदार्थ है तथा हीरे की भाँति कठोर होत है। इसके कुछ भौतिक गुणधर्म निम्नांकित हैं :
संकेत बो (B), परमाणुसंख्या ५, परमाणुभार १०.८२, गलनांक २,३०० सें., क्वथनांक २,५५०� सें. घनत्व २.४५ ग्राम प्रति घन सेंमी., विद्युत्प्रतिरोधकता १�८ � १० ओम सेंमी. (०� सें. पर) तथा आयनीकरण विभव ८.२९६ इवो.। धातुओं के विपरीत, बोरॉन की विद्युत्प्रतिरोधकता उच्च ताप पर शीघ्रता से घटती है।
बोरॉन और सिलिकन के गुणों में बहुत समानता है, यद्यपि दोनों आवर्तसारणी के विभिन्न समूहों में हैं। इस समानता को कर्णीय सममिति (diagonal symmetry) कहेंगे। सामान्य ताप पर बोरॉन प्राय: अप्रभावित रहता है। सांद्र नाइट्रिक अम्ल चूर्ण बोरॉन को मध्यम गति से बोरिक अम्ल में परिवर्तित करता है। फ्लोरीन बोरॉन से सामान्य ताप पर किया करता है; फ्लोरीन ४००� सें. पर और ब्रोमीन ७००� सें. पर। उच्च ताप (लगभग ७००� सें.) पर, बोरॉन ऑक्सीजन में तीव्र वेग से जलता है। ६००� सें. पर यह जलवाष्प से क्रिया कर बोरॉन ऑक्साइड और गंधक के साथ बोरॉन सल्फाइड बनाता है। विद्युच्चाप के मध्य बोरॉन कार्बन से मिलकर बोरॉन कार्बाइड, बो६ का (B6 C) बनाता है, जो अत्यंत कठोर पदार्थ है। अत्यंत उच्च ताप पर बोरॉन और नाइट्रोजन से अभिक्रिया द्वारा बोरॉन नाइट्राइड, बोना (BN), बनता है। बोरॉन नाइट्राइड के क्रिस्टल हीरे से भी कठोर होते हैं। इस प्रकार अब हीरे से भी कठोर पदार्थ कृत्रिम विधि से बनाया जा चुका है।
बोरॉन में अधातु गुण विशेष हैं, परंतु इसके कुछ धातुगुणवाले यौगिक भी ज्ञात हैं, जैसे बोरॉन बाइसल्फेट, बो (हागंऔ४)३ [B(HSO4)3] और बोरॉन फ़ॉस्फेट, बो फा औ४ (B P O4)। बोरॉन के हैलोज़न तत्वों के साथ निर्मित यौगिकों के गुणविशेष हैं। ये यौगिक शीघ्र जलविश्लेषित होते हैं१ यद्यपि इन यौगिकों में बोरॉन तीन संयोजकता प्रदर्शित करता है तथापि उसमें चार सह संयोजकता (covalency) की प्रवृत्ति रहती है, जैसे बोफ्लो४- (B F4-) आयन का निर्माण।
बोरॉन के अनेक कार्बनिक व्युत्पन्न भी बनाए गए हैं, जो ग्रियनार्ड अभिकर्मक की परंपरा के हैं।
बोरॉन के हाइड्राइड - मैग्नीशियम बोराइड हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, हाक्लो (H Cl), से प्रक्रिया कर बोरॉन हाइड्राइड मुक्त करता है। बोरॉन के अनेक हाइड्राइड ज्ञात हैं।
बोरॉन यौगिकों के संरचनात्मक सूत्र बनाने में कठिनाई ज्ञात हुई, क्योंकि बोरॉन परमाणु में केवल तीन संयोजकता इलेक्ट्रॉन हैं, जिनसे चार रासायनिक बंध बनना आवश्यक था। लुइस की संयोजकता के इलेक्ट्रॉनीय सिद्धांत के अनुसार इनकी संतोषजनक संरचनाएँ नहीं बन सकती थीं, परंतु अब क्वांटम यांत्रिकी पर आधारित सिद्धांत द्वारा इनकी संरचना की पहेली सुलझ गई है। इसके अनुसार दो इलेक्ट्रॉन युग्म दो परमाणुओं की अपेक्षा अधिक परमाणुओं के बीच में भागीदार हो सकते हैं। (रमेश्ा चंद्र कपूर)