बोन, सर म्योरहेड (१८७६-१९५३) भवनों तथा बंदरगाहों पर की गई खुदाई की कारीगरी (Engraving) से यह अंग्रेज कलाकार काफी प्रसिद्ध हुए। चित्रकारी तथा धातु पर की खुदाई की कला का अध्ययन ग्लास्गो स्कूल ऑव आर्ट में कर वे लंदन में बस गए थे। प्रथम महायुद्ध में वे नौसेना के कलाकार तथा द्वितीय महायुद्ध में सेनाधिकारियों के साथ कलाधिकारी रहे। सन् १९३७ में उन्हें 'नाइट' का राजसम्मान प्राप्त हुआ। इनकी कृतियाँ ब्रिटिश म्यूजियम में हैं। (भाऊ समर्थ)