बेरिंग सागर (Bering sea) स्थिति : ५८ उ.अ. तथा १६७ पू.दे.। अलैस्का और पूर्वी साइबेरिया के मध्य स्थित प्रशांत महासागर का उत्तरी भाग है। इसकी दक्षिणी सीमा अलास्का के चाप एवं अलूशैन (Aleutian) द्वीपों द्वारा निर्धारित होती है। इसका क्षेत्रफल ८,८६,००० वर्ग मील है। इसका नाम इसके अन्वेषक विटस बेरिंग के नाम पर पड़ा है, जिन्होंने इसकी खोज सन् १७२८ में की थी। उत्तर में यह ५६ मील चौड़े बेरिंग जलसंयोजक द्वारा आर्कटिक सागर से मिल जाता है। उत्तर-पूर्व में यह कम गहरा तथा दक्षिण-पश्चिम में अधिक गहरा (लगभग ४,००० मीटर) है। जलसंयोजक के मध्य में डायोमीड द्वीप है जिनमें ग्रेट डायोमीड द्वीप में रूसी तथा लिटिल डायोमीड द्विप में अमरीकी सैनिक चौकियाँ हैं। इनके अतिरिक्त और भी कई द्वीप है। गरमी की ऋतु में कोहरे के कारण जलयातायात में बाधा पड़ती है। जाड़ों में उत्तरी भाग का जल ठंड की अधिकता के करण जम जाता है, किंतु सेंटलॉरेंस द्वीप जून के अंत तक खुला रहता है। अलासका तट के किनारे उत्तर की ओर तथा साइबेरिया तट के किनारे दक्षिण की ओर एक एक धारा चलती है। बेरिंग जलसंयोजक से होकर अंतरराष्ट्रीय तिथिरेखा गुजरती है। अत: इसके दोनों तटों पर पंचांग सदैव पृथक् दिन दर्शाते हैं। (न.प्र.)