बिजनौर १. जिला, स्थिति : २९° २७¢ उ. अ. तथा ७८° ११¢ पू. दे.। यह भारत में उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित है। इसका क्षेत्रफल १,८६६ वर्गमील है। इसके पश्चिम में मुजफ्फरगनर तथा मेरठ, दक्षिण में मुरादाबाद, उत्तर में कोटद्वार तथा पूर्व में नैनीताल आदि जिले स्थित हैं। इसकी पश्चिमी सीमा गंगा नदी बनाती है। भूमि समतल तथा उत्तर की ओर क्रमश: १,३४२ फुट तक ऊँची होकर हिमालय में मिल जाती है। गंगा, खोह एवं रामगंगा नदियाँ बहती हैं। गंगा की सहायक नदी मालिन के किनारे के दृश्य कालिदास के 'अभिज्ञान शाकुंतलम्' में मिलते हैं। यहाँ की जलवायु ठंडी एवं उत्तम है। उत्तम जलप्रवाह के कारण मलेरिया का प्रकोप नहीं होता। वार्षिक वर्षा का औसत ४४ इंच है। मध्य का निम्न प्रदेश अति उपजाऊ है तथा पश्चिमी क्षेत्र की अपेक्षा सिंचाई की भी सुविधा अधिक है। पश्चिम का उच्च प्रदेश रेतीला होने पर भी उपजाऊ है। कृषि में चावल, गेहूँ, जौ, बाजरा, चना, गन्ना, कपास, तिलहन प्रमुख हैं। उद्योगों में चीनी बनाना तथा मोटा सूती कपड़ा बनाना प्रमुख है। बिजनौर में जनेऊ तथा नगीना में रस्सी बनाने का काम होता है। व्यापार के मुख्य केंद्र शिवहारा, धामपुर, नगीना, नजीबाबाद एवं बिजनौर आदि हैं। यातायात के साधनों का भी काफी विकास हुआ है।

२. नगर, स्थिति : २९° २२¢ उ. अ. तथा ७८°¢ पू. दे.। पश्चिमी बिजनौर जिले में, गंगा नदी से लगभग तीन मील पूर्व की ओर, नगीना रेलवे स्टेशन से १९ मील दूर स्थित जिले का सबसे प्रमुख नगर है। यहाँ चीनी का व्यापार अधिक होता है। चाकू एवं जनेऊ भी बनाए जाते हैं।श्श् (रमेश चंद्र दुबे)