बॉस्वेल, जेम्स (१७४०-१७९५) अंग्रेजी जीवनी लेखक। जन्मस्थान एडिनबरा, स्कॉटलैंड। एडिनबरा, ग्लासगो और यूट्रेरूट विश्वविद्यालयों में कानून का अध्ययन किया, परंतु अनिच्छापूर्वक, क्योंकि इसकी महत्वाकांक्षा साहित्यिक अथवा राजनीतिक क्षेत्र में प्रसिद्धि प्राप्त करने की थी। १७६३ में लंदन की अपनी दूसरी यात्रा पर वह पहली बार डॉ. जॉन्सन (१७०९-८४) से मिला और उसके शक्तिशाली व्यक्तित्व से ऐसा प्रभावित हुआ कि उसकी जीवनी लिखने का निश्चय कर लया। प्रारंभ से ही वह इस बात के लिए सचेष्ट हो गया कि जीवनी के लिए हर संभव सामग्री एकत्रित कर ले, तथा अपनी उपस्थिति में जानसन द्वारा कही गई, हर बात को हूबहू लिख ले। १७६५-६६ में यूरोप भ्रमण के दौरान कॉर्सिका में उसका परिचय जनरल पाओली से हुआ। कॉर्सिका के स्वातंत््रय युद्ध में उसने ऐसी दिलचस्पी ली कि वह जनरल पाओलो का आजीवन मित्र बन गया। १७६८ में उसने 'ऐन अकाउंट ऑव कॉर्सिका' भी प्रकाशित की जिसका यूरोप की कई भाषाओं में अनुवाद हुआ। इसकी लोकप्रियता के कारण यूरोप में उसे 'मिस्टर कॉर्सिका बॉस्वेल' कहा जाता था। महान् विभूतियों के प्रति अपने आकर्षण के कारण यह रूसो और वॉल्तेर से भी मिला, परंतु जीवनी लिखने के लिए सबसे उपयुक्त विषय उसे जॉन्सन में ही मिला। १७७३ में वह जॉन्सन के 'लिटरेरौ क्लब' का सदस्य चुना गया। इसी वर्ष वह जॉन्सन को स्कॉटलैंड तथा हेब्रिडीज द्वीपों के भ्रमण पर ले गया। इस यात्रा के वृत्तांत 'दिन जर्नल ऑव ए टुअर टु दि हेब्रिडीज़' (१७८५) को उसकी महान् जीवनी की अभ्यासभूमि माना जा सकता है। १७९१ में प्रकाशित होते ही 'दि लाइफ ऑव सैमुएल जॉन्सन, एल-एल. डी.' को जो लोकप्रियता प्राप्त हुई वह अभी तक कम नहीं हुई। इसे न केवल अंग्रेजी साहित्य बल्कि विश्वसाहित्य की महानतम जीवनी माना गया है। यद्यपि यह सही है कि बॉस्वेल की अभूतपूर्व सफलता काफी हद तक जॉन्सन के आकर्षक व्यक्त्वि पर आधारित थी, तथापि इसमें संदेह नहीं कि उसकी साहित्यिक प्रतिभा अत्यंत उच्च कोटि की थी। (जगदीश बिहारी मिश्र)