बालेश्वर (बालासोर Balasore) १. जिला, स्थिति : २०° ४४¢ से २१° ५७¢ उ. अ. तथा ८६° १६¢ से ८७° ३१¢ पू. दे.। यह भारत के उड़ीसा राज्य में एक जिला है। इसके उत्तर-पूर्व में मेदिनीपुर, उत्तरी और पश्चिमी सीमा पर मयूरभंज, नीलगिरि एवं केंदुझरगढ़ (क्योंझर), दक्षिणी में वैतरणी नदी तथा पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी इसकी सीमा बनाती है। यह जिला सागर एवं पूर्वीघाट पहाड़ के बीच में स्थित है। यहाँ पर जलोढ़ मिट्टी मिलती है। यह उत्तर में ३० मील तथा दक्षिण में ४० मील तक चौड़ी पट्टी के रूप में है। समुद्र के किनारे वाली करीब तीन मील चौड़ी पट्टी नमकीन एवं कृषि के अयोग्य है। पश्चिमी भाग भी जंगली एवं अनुपजाऊ है। स्वर्णरेखा, सारथा पाँचपारा, हासकुरा आदि नदियाँ बहती हैं। इसका क्षेत्रफल २,५०० वर्ग मील एवं जनसंख्या १४,१५,९२३ (१९६१) है। इसका मध्य भाग उपजाऊ है जहाँ धान की फसल प्रमुख है। धान साल में तीन बार पैदा किया जाता है। चटाई, सूती कपड़ा एवं पीतल के बरतन बनाना प्रमुख उद्योग हैं।
२. नगर, स्थिति : २१° ३०¢ उ. अ. तथा ८६° ५६¢ पू. दे.। बालेश्वर जिले में बूढ़ाबलंग नामक नदी के किनारे नदी के मुहाने से १५ मील ऊपर बसा नगर है। यहाँ से सागर सिर्फ छह मील दूर पड़ता है। इसका नाम महादेव बाणेश्वर के नाम पर पड़ा है। अंग्रेजी कंपनी एवं औरंगजेब का युद्ध यहीं हुआ था। इतिहास में इसका काफी नाम रहा है।