बार्नेट, एल. डी. (१९७२-१९६०) प्राचीन भारत के इतिहासज्ञ तथा अभिलेख विशेषज्ञ। बार्नेट का जन्म २१ अक्टूबर, १८७२ को लिवरपूल में हुआ था। शिक्षा मैनचेस्टर, लिवरपूल तथा कैंब्रिज के ट्रिनिटी कालेज में हुई। वह प्रथम श्रेणी में ट्राइपस में उत्तीर्ण हुए तथा कुलपति स्वर्णपद प्राप्त किया। इसके बाद दो वर्ष तक उन्होंने हले तथा बर्लिन में शिक्षा प्राप्त की। १८९९ में इंग्लैंड लौटने पर कैंब्रिज से एम. ए. तथा एक वर्ष बाद 'डाक्टर ऑव लेटर्स' की डिग्र प्राप्त की। १८९९ से लगभग ६० वर्ष तक उनका संस्कृत भाषा, तथा प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति ही अध्ययन अध्यापन का क्षेत्र रहा। ब्रिटिश संग्रहालय में वह सर्वप्रथम संयुक्त रक्षक के पद पर नियुक्त हुए। यहाँ उनका कार्य प्राचीन भारतीय प्रकाशित तथा अप्रकाशित ग्रंथों की सूची बनाना था। इसके पश्चात् १९०८ में वह वहीं पर रक्षक के पद पर नियुक्त हुए। १९१७ से वह स्कूल ऑव ओरएंटयल स्टडीज़ में अल्प समय के लिए संस्कृत, भारतीय इतिहास तथा प्राचीन अभिलेख के अध्यापक नियुक्त हुए, और ७६ वर्ष की उम्र तक इसी पद पर काम करते रहे। ब्रिटिश संग्रहालय से इनका मृत्युकाल तक संपर्क बना रहा। १९५९ में वहाँ इनकी हीरक जयंती मनाई गई जो उनकी संग्रहालय की ६० वर्ष की सेवा की प्रतीक थी। २८ जनवरी, १९६० को उनका लंदन में देहांत हो गया। इनके प्रकाशित ग्रंथों में संग्रहालय की संस्कृत, पालि, तथा प्राकृत की ग्रंथसूची (१९०८), 'एंटीक्विटीज़ ऑव इंडिया' (१९०३) तथा 'एपीग्राफ़िया इंडिका' में लगभग १०० लेख हैं। (बैजनाथ पुरी)