बाँकुड़ा १. जिला, स्थिति : २२°३८¢ से २३°३८¢ उ.अ. तथा ८६°३६¢ से ८७°४६¢ पू.दे.। यह भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य का जिला है। इसका क्षेत्रफल २,६५३ वर्ग मील तथा जनसंख्या १६,६४,५१३ (१९६१) है। इसके पश्चिम में पुरुलिया, दक्षिण में मेदनीपुर, पूर्व एवं पूर्वोत्तर में हुगली एवं वर्द्धंमान जिले स्थित हैं। छोटा नागपुर पठार की पूर्वी श्रेणी यहाँ फैली है। यहाँ की प्रमुख नदी दामोदर उत्तरी सीमा बनाती है। निम्न वार्षिक ताप लगभग २७°सें. तथा वार्षिक वर्षा का औसत ५६ इंच रहता है। पूर्व में जलोढ़ मिट्टी होने से भूमि उपजाऊ है। धान मुख्य फसल के अतिरिक्त ईख, मक्का, तिलहन, दलहन, गेहूँ, पाट, कपास, आदि पैदा किए जाते हैं। रेशम कातना, रेश्मी एवं सूती कपड़े बुनना, ताँबे का काम एवं लाख के उद्योग प्रमुख हैं। बाँकुड़ा, विष्णुपुर, एवं वीरसिंहपुर में टसर रेश्म बनाया जाता है। आयात में चावल, पीतल का सामान, रेशमी सामान आदि तथा बाहर जानेवाली चीजों में तंबाकू, नमक, कपास आदि प्रमुख हैं। यहाँ के प्रमुख नगर बाँकुड़ा, विष्णुपुर, वीरसिंहपुर, बरजोरा, राजग्राम, सोनामुखी आदि हैं।
२. नगर, स्थिति : २३°१४¢ उ.अ. तथा ८७°४¢ पू.दे.। यह बाँकुडा जिले में धालकिशोर नदी के उत्तरी किनारे पर बसा है। यहाँ की जनसंख्या ६२,८३३ (१९६१) है। ऐसा कहा जाता है कि इसका नाम यहाँ के प्राचीन निवासी बंकू राय के नाम पर पड़ा। यहाँ की जलवायु शुष्क एवं स्वास्थ्यप्रद है। यह ग्रैंड ट्रंक मार्ग पर स्थित है। व्यापार में इसका स्थान प्रमुख है। उद्योगों में तेल पेरना, ईटें बनाना, दरी एवं कपड़ा बुनना, बाँस एवं बेंत का काम करना प्रमुख हैं। (सुरेशचंद्र शर्मा)