बहाउद्दीन ज़करिया (जन्म लगभग ११८२-८३ ई. मुल्तान के निकट कोट करोर) भारतवर्ष में सुहरवर्दी सिलसिले के संस्थापक शेख शहाबुद्दीन सुहरवर्दी (मृत्यु - लगभग १२३४ ई.) के प्रसिद्ध शिष्य थे१ १२०० ई. के लगभग शेख बहाउद्दीन ने मुल्तान में खानक़ाह की स्थापना कर, शिक्षा दीक्षा प्रारंभ कर दी। सुल्तान शम्सुद्दीन इल्तुतमिश, जिसने उन्हें शेखुल इस्लाम की उपाधि प्रदान की, इनका बहुत बड़ा भक्त था। उच्च कोटि के सूफी होने के बावजूद वे बड़े वैभव से जीवन व्यतीत करते और समकालीन सुल्तानों की सहायता करते रहते थे। नुज़हतुल अरवाह के लेखक मीर हुसेनी सादात और लमआत के रचयिता फखुद्दीन एराक़ी जिन्होंने सुफी मत की बड़ी उदार व्याख्या की, इनके शिष्य थे। उनका निधन २१ दिसंबर, १२६२ ई. को मुल्तान में हुआ। उनका मकबरा बड़ा भव्य है।

सं.ग्रं. - जमाली कंबोह : सियरुल आरेफ़ीन (देहली, १८९३ ई., फारसी)। (सैयद अतहर अब्बास रिज़वी)