बदायूँ १. जिला, स्थिति : २७ ४० से २८ २९ उ. प्र. तथा ७८ १६ से ७९ ३१ पू. दे.। यह भारत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थित जिला है। इसका क्षेत्रफल १,९९८ वर्ग मील तथा जनसंख्या १४,११,६५७ (१९६१) है। इसके दक्षिण में एटा तथा अलीगढ़, पश्चिम में बुलंदशहर, पश्चिमोत्तर में मुरादाबाद, उत्तर में बरेली तथा पूर्व में शाहजहाँपुर एवं फर्रुखाबाद जिले हैं। यह एक निम्न, समतल तथा उपजाऊ प्रदेश है। लगभग चार से पाँच मील चौड़ी बालू की रिज (ridge) उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की ओर फैली है। सोत, महावा, गंगा, रामगंगा आदि नदियाँ बहती हैं। यहाँ की जलवायु ठंडी तथा नम रहती है। वार्षिक वर्षा का औसत ३४ इंच है। अति उपजाऊ तथा सिंचाई की आवश्यकता कम होने के कारण कृषि अच्छी होती है। गेहूँ, ज्वार मुख्य फसलों के अलावा गन्ना, धान, जौ, बाजरा भी अधिक पैदा होता है। शक्कर के शोधन के कार्य के अतिरिक्त सूती कपड़ा बुनना, बढ़ईगीरी, पीतल का काम, बरतन बनाने का काम भी किया जाता है। कृषि उत्पाद, जैसे शक्कर, अनाज आदि को बाहर भेजा जाता तथा कपड़ा, नमक एवं धातु को मँगाया जाता है। पहले यहाँ नील का कार्य अधिक किया जाता था।

२. नगर, स्थिति : २८ उ. अ. तथा ७९ पू. दे.। उपर्युक्त जिले के मध्य पूर्वी भाग में सोत (Sot) नदी से एक मील पूर्व, बरेली से मथुरा जानेवाले मार्ग पर स्थित नगर है। इसकी जनसंख्या ५८,७७० (१९६१) है। नगर नए एवं पुरानें दो भागों में बँटा है। यहाँ पर एक बहुत ही मजबूत किले के खंडहर मिलते हैं तथा शमशुद्दीन इल्तुतमिश द्वारा बनवाई एक गुंबद के आकार वाली जामा मस्जिद भी है, जो वहाँ के एक बड़े हिंदू मंदिर को तोड़कर उसी से प्राप्त सामग्री से बनाई गई थी। यह प्रसिद्ध इतिहासकार अब्दुलकादिर बदायूँनी का जन्म स्थान भी है।