फ्लेमिंग, सर जान एंब्रोस (१८४९-१९४५ ई.) अंग्रेज भौतिक विज्ञानी थे। इनका जन्म २९ नवंबर, १८४९ को लैंकैस्टर में हुआ था। शिक्षा दीक्षा लंदन एवं कैंब्रिज में हुई।
वे १८८५ से १९२६ ई. तक लंदन में विद्युत् इंजीनियरी के प्राध्यापक रहे। ड्यूअर (Dewar) के सहयोग से इन्होंने कम ताप पर विद्युत् प्रतिरोध का अध्ययन किया। विद्युत् लट्टू एवं विद्युत् प्रकाश पर महत्वपूर्ण खोजें की। तापायनिक वाल्व का आविष्कार इनकी सबसे महत्वपूर्ण देन है। इस खोज ने इलेक्ट्रॉनिक भौतिकी में क्रांति मचा दी। विद्युत् पर इन्होंने अनेकों पुस्तकें लिखीं। इनकी मृत्यु सन् १९४५ में हुई। (अंगिका प्रसाद सक्सेना)