फ्रूंजे १. प्रदेश, यह रूस में पश्चिम तथा उत्तर में जांबूल (Dzhambul), आल्माआटा (Alma Ata), पूर्व में इसिककुल (Issykkul), दक्षिण में टिएनशान (Tien-Shan) प्रदेशों से घिरा प्रदेश है। किरगीज़ नामक जाति यहाँ निवास करती है। रेशेदार पौधे, गेहूँ, कपास, चुकंदर तथा तंबाकू की कृषि होती है। पशुपालन के अंतर्गत भेड़ पालने का कार्य काफी विकसित है।

२. नगर, स्थिति : ४२ ५५ उ. अ. तथा ७२ ४७ पू. दे.। यह रूस के किरगीज़िया राज्य की राजधानी है, जो ताशकंद के ३०० मील पूर्व-उत्तर-पूर्व तथा इसिककुल झील के ८८ मील उत्तर-पूर्व, सागरतल से २, ०१७ फुट की ऊँचाई पर, ऊपरी चू नदी की एक सहायक नदी के किनारे स्थित है। यहाँ सूती वस्त्र, आटा, चुकंदर, तंबाकू, रेशम, ऊन, खाल तथा मांस से संबंधित उद्योग हैं। नगर का शिलान्यास सन् १८७३ में एक रूसी दुर्ग के साथ हुआ था तथा इसका नाम पिशपेक रखा गया था। बाद में बोलशेविक जनरल एम. पी. फ्रंज़े के नाम पर इसका नाम फ्रंूज़े रखा गया। सन् १९५१ में एक विश्वविद्यालय तथा सन् १९५४ में किरगिज़िया विज्ञान अकादमी की स्थापना की गई थी। यहाँ की जनसंख्या ३,२६,००० (१९६३) है। (लेखराज सिंह.)