फूजी स्थिति : ३५रू२० उ.अ. तथा १३८रू३० पू.दे.। यह जापान के दक्षिण मध्य हाँशू का एक शांत ज्वालामुखी पर्वत है। इसे फूजियामा या फुजिसान भी कहते हैं। इसमें सन् १७०७ में अंतिम विस्फोट हुआ था। फूजी जापान का उच्चतम शिखर (१२,३८९ फुट) है तथा यह पूर्ण शंक्वाकार है। इसके मुख (crater) का व्यास २,००० फुट है और गहराई ७,००० फुट है। पर्वत के निचले ढलानों पर जंगल तथा ६०० फुट से ऊपर लावा बिखरा हुआ है। शिखर लगभग पूरे वर्ष हिमाच्छादित रहता है। पर्वत के नीचे पाँच झीलें हैं। इसी कारण फूजी अपने सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है और जापानी कला एवं साहित्य में इसका विशिष्ट स्थान है। प्राचीन काल से यह दैवी स्थान भी माना जाता है और आज भी यह महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। प्रति वर्ष जुलाई तथा अगस्त में बड़ी संख्या में तीर्थयात्री तथा पर्यटक यहाँ आते हैं। (प्रमिला वर्मा)