फुंक कैसिमिर (Funk Casmir) पोलैंडवासी, जीवनरसायनज्ञ थे। इनका जन्म वारसा में २३ फरवरी, १८८४ ई. को हुआ। इन्होंने स्विट्ज़रलैंड के वर्न विश्वविद्यालय, पैरिस के पैस्टर इंस्टिट्यूट और बर्लिन विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। जीवरसायनज्ञ के रूप में इन्होंने अस्पतालों में कार्य किया। ये सन् १९१५ में अमरीका गए और इन्होंने वहाँ की कई अनुसंधानशाओं में विभिन्न पदों पर कार्य किया।
विटामिन का अन्वेषण और उसकी उपयोगिता को सिद्ध करने के कारण इन्हें प्रसिद्धि मिली। इन्होंने प्रथम विश्वयुद्ध में ऐड्रैनेलिन यौगिक का व्यापारिक स्तर पर उत्पादन किया तथा मछली के तेल से व्यापारिक स्तर पर विटामिन निकालने की विधि निकाली। १९१७ से १९२३ ई. तक ये एच.ए. मेत्ज़ अनुसंधानशाला के निर्देशक और न्यूयार्क में कोलंबिया के काय-शल्य-चिकित्सा कॉलेज में प्रवक्ता रहे। १९३६ ई. में संयुक्त राज्य विटामिन कारपोरेशन के सलाहकार पद पर नियुक्त हुए। १९४७ ई. में इन्होंने न्यूयॉर्क में फुंक फाउंडेशन चिकित्सा अनुसंधान की स्थापना की। (श्रीनाथ दास)