प्रेसबिटरीय चर्च ईसाई समुदायों के संगठन की जो प्रणाली कैलविन के 'सुधार' से चल पड़ी थी उसे प्रेसबिटीरियनिज़्म कहते हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कुछ वयोवृद्ध (प्रेसबिटर) पादरी के साथ स्थानीय चर्च का संचालन करते हैं। यूरोप में ऐसे समुदायों को प्राय: रिफार्मड कहते हैं। किंतु स्कॉटलैंड तथा अमरीका में उन्हें प्रसेबिटरीय कहते हैं। १७वीं शताब्दी के अंत तक इंग्लैंड में प्रसबिटीरियनिज़्म का काफी प्रभाव रहा। प्रेसबिटरीय चर्च का प्रधान क्षेत्र स्कॉटलैंड है। वहाँ इस संप्रदाय का १९वीं शताब्दी में पुनर्जागरण हुआ। अमरीका के प्रेसबिटरीय चर्च की सदस्यता लगभग तैंतालीस लाख है (दे. प्रोटस्टैट धर्म)। (रेवरेंड कामिल बुल्के)