प्रादिला, फ्रांसिस्को (१८४७-१९२१) स्पेनिश चित्रकार। ऐतिहासिक घटनाओं और रोज़मर्रा के दृश्यों से उसके अनेक चित्र अनुरंजित हैं। रोम की स्पेनिश ऐकेडेमी में शिक्षा पाई, तत्पश्चात् उसी संस्था में डाइरेक्टर के पद पर नियुक्ति हुई। लगभग दस वर्ष बाद वह मेड्रिड में पाडो म्यूज़ियम का डाइरेक्टर चुन लिया गया, पर साथ ही बर्लिन एकेडेमी का भी सम्मानित सदस्य बना रहा। शनै: शनै: कलाक्षेत्र में उसने पर्याप्त ख्याति अर्जित की। 'मेड जोना' नामक चित्र पर पेरिस की कलाप्रदर्शनी में उसे स्वर्णपदक प्रदान किया गा। मेड्रिड के मर्गा शाही महल में अनेक ऐतिहासिक युद्धों और दैनिक प्रसंगों - जैसे ग्रानाडा का आत्मसमर्पण, नाले की धोबिन, बाजार हाट की चहल पहल आदि दृश्यांकनों तथा अन्य स्फुट विषयों को लेकर उसने बड़ी कलात्मक सज्जा प्रस्तुत की। उसकी कितनी ही सामयिक चीजें बड़ी लोकप्रिय सिद्ध हुईं। (शचीरानी गुर्टू)