पोर्ट सईद स्थिति : 310� 16� उ. अ. तथा 320� 18� पू. दे.। भूमध्यसागर से स्वेज नहर में प्रवेश करते समय प्रवेशद्वारा पर ही, मिस्र के बंदरगाह काहिरा से रेलमार्ग द्वारा १४५ मील उत्तर-पूर्व, नहर के पश्चिमी तट पर सँकरे एवं निचले भाग में, मेंजाला झील और समुद्र के बीच में स्थित नगर है। यहाँ से स्वेज और काहिरा को रेलमार्ग गए हुए हैं। इस बंदरगाह का पोताश्रय ५७० एकड़ में है तथा जलपोतों की तैरती हुई गोदी (floating dook) २९५ फुट लंबी, ८५ फुट चौड़ी तथा १८ फुट गहरी है। पश्चिम तरफ फर्डिनैंड डे लेसेप्स की विशाल मूर्ति तथा १७४ फुट ऊँचा दीपस्तंभ है। महत्वपूर्ण भवनों में स्वेज नहर का कार्यालय एवं ब्रिटिश सैन्यागार उल्लेखनीय हैं। इसकी स्थापना सन् १८५९ में हुई थी। इस बंदरगाह की वास्तविक महत्ता नगर में आने जानेवाले जहाजों पर निर्भर है, क्योंकि यहाँ से होकर जानेवाले सभी जहाज यहीं से कोयला लेते हैं और इसी कारण यह संसार का सर्वप्रसिद्ध कोयला एवं तेल केंद्र हो गया है। सन् १९०२ में यहाँ से सूती वस्त्र के निर्यात होने के कारण तथा सन् १९०४ में काहिरा से रेलमार्ग द्वारा संबद्ध हो जाने पर इसकी प्रसिद्धि और बढ़ गई। इस नगर में नमक, ऊनी धागा, रसायनक, प्रशीतन यंत्र एवं सिगरेट का निर्माएर है और इस बंदरगाह से मुख्यत: कपास, सूती वस्त्र, सिगरेट, नमक औ पशुचर्म का निर्यात होता है। इसकी जनसंख्या २,४४,००० (१९६०) थी।
(राजेंद्रप्रसाद सिंह)