पेसेलीनो, इल (१४२२-१४५७) प्रारंभिक पुनरुत्थान काल का फ्लोरेंटाइन चित्रकार। वह अपने पितामह द्वारा पालित हुआ और जीवन पर्यंत उनके सहायक के रूप में काम करता रहा। पिस्टोजा की सेंट ट्रिनिटी चर्च की वेदिका का चित्राकंन उसने प्रारंभ किया था, पर अपनी असामयिक मृत्यु के कारण उसे पूरा न कर पाया। अपनी केसोन चित्रावली के लिये वह विशेष प्रसिद्ध हुआ। अत्यंत संकीर्ण और सूक्ष्म स्थल में भी वह बड़ी ही कलात्मक बारीकी से चित्र आँकता था। विवाह मंजूषाओं पर खूबसूरत एवं आर्कषक सज्जा के बतौर ऐसी झालरों का निर्माण करता था जिनपर पौराणिक या प्राचीन धार्मिक उपाख्यान चित्रित होते थे। 'ग्रिसेल्डा की कहानी' और 'जजमेंट सीन' आदि कितने ही धार्मिक प्रसंगों को उसने खूबी से चित्रित किया था। उसकी ये कलावस्तुएँ कभी कभी बड़ी ही महँगी और बेशकीमती होती थीं। वेदिका पर चित्रित उसका एक लघु चित्र इतना सुंदर बन पड़ा था कि वह एक व्यापारिक फर्म को १६००० गाइना में बेचा गया। फ्लोरेंस, एंपोली और लावेर के कलासंग्राहलयों में आज भी उसकी अनेक उत्कृष्ट कलाकृतियाँ सुरक्षित हैं।(शचीरानी गुर्टू)