पेरुत्सी बाल्दासरे (१५८१-१५३६) इताली का भवनशिल्पी और चित्रकार। अकस्मात् सियना की सेंट जिओवान्नी चैपल के भित्तिचित्रकार के रूप में प्रसिद्ध हुआ। तत्पश्चात् उसे रोम भेज दिया गया जहाँ उसने अनेक भित्तिचित्रों और कलात्मक डिजाइनों का निर्माण किया। १५२० में रैफेल की मृत्यु के बाद वह सेंट पीटर चर्च का भवनशिल्पी नियुक्त हुआ। वहाँ अनेक अधूरे पड़े कार्यो को निपटाया। रोम के लूट लिए जाने के पश्चात् वह सियना भग गया और वहाँ के प्रमुख गिरजाघर में उसने कितने ही सुधार किए। पुन: रोम लौट कर उसने स्वनिर्मित सुप्रसिद्ध पालाजो भवन का निर्माण पूरा किया। वह बहुमुखी प्रतिभा का व्यक्ति था, पर चित्रकारी की अपेक्षा भवनशिल्प में अधिक दक्ष था; कारण यूनानी इमारतों की कला टेकनीक का वह अच्छा जानकार था और स्वयं निर्माणशिल्प की सूक्ष्मताओं में पैठा था। सियना फ्लोरेंस के कलासंग्रहालयों से उसकी अनेक इमारती ड्राइंग आज भी सुरक्षित हैं।(शचीरानी गुर्टू)