पूर्व गोदावरी भारत के आंध्र राज्य में उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में प्रसिद्ध जिला है। इसकी जनसंख्या २६,०८,३७५ (१९६१) तथा क्षेत्रफल ४,१८१ वर्गमील है। इसके उत्तर-पूर्व में क्रमश: बस्तर, कोरापुट, विशाखपट्टणम, पश्चिम एवं दक्षिण-पश्चिम में खम्मम, पश्चिमी गोदावरी, तथा दक्षिण-पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। जिले का मुख्यालय काकिनाड़ा (Kakinada) में है। इस जिले का अधिकांश भाग गोदावरी दी के डेल्टा में है। सिंचाई के लिये नहरों की उत्तम व्यवस्था है। बाजरा, ज्वार, तिलहन, गन्ना, तंबाकू एवं नारियल अत्यधिक पैदा होते हैं। जंगलों से सागौन, बाँस, हर्र आदि प्राप्त होती हैं। यहाँ के प्रसिद्ध नगर काकिनाड़ा, राजमुंद्रि (राजमहेंद्रपुरम्), सामलकोट, पिठापुरम, पेद्दामुरम आदि हैं। गोदावरी नदी के मुहाने के समीप येनाम (Yanam) में फ्रांससी बस्तियाँ थीं। १९२५ ई. तक इसे गोदावरी जिला कहा जाता था; किंतु जब कृष्णा जिले को विभाजित करके पश्चिमी गोदावरी तथा वर्तमान कृष्णा जिले बनाऐ, तब से इस जिले को पूर्व गोदावरी कहा जाने लगा। काकिनाड़ा प्रसिद्ध बंदरगाह है, यहाँ से कपास, तंबाकू, मूँगफली, तथा रेंडी के बीज का निर्यात होता है। यहाँ प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कालेज है। पेद्दापुरम की साड़ियाँ अपने कलात्मक सौंदर्य के लिये प्रसिद्ध हैं। सामलकोट में चीनी का प्रसिद्ध कारखाना है।(कृष्णमोहन गुप्त)