पुखराज या पुष्पराग (अंग्रेजी में टोपाज़) एक मणि है, जो साधारणत: हलके पीले रंग का होता है, परंतु हलके नीले, हलके हरे और गुलाबी रंग के पुखराज भी पाए जाते हैं। यद्यपि यह हीरे की अपेक्षा कोमल होता है, तो भी अन्य पदार्थों से यह बहुत कठोर होता है। यह क्रिस्टली और अक्रिस्टलीय दोनों अवस्थाओं में पाया जाता है। तोड़ने पर क्रिस्टल पुखराज एक समतल के अनुदिश बड़ी स्वच्छता से टूटता है। पुखराज साधारणत: ग्रैनाइट, या रायोलाइट के साथ पाया जाता है। वंगप्रद खनिजों में भी यह मिलता है। उद्योग में घटिया मेल का पुखराज इस्पात बनाने में, फ्लारस्पार के बदले, प्रयुक्त होता है। चीनी मिट्टी के बरतनों पर चमक (ग्लेज़) चढ़ाने के मसाले में भी यह पड़ता है।
मणि की तरह प्रयुक्त होने योग्य पुखराज बहुत कम मिलता है। इसीलिए इसका मूल्य अधिक होता है। ऐसा पुखराज ब्राज़िल, यूराल, श्रीलंका, बर्मा, जापान, जरमनी आदि देशों में मिलता है। पीला पन्ना (सैफायर) और पीला स्फटिक (क्वार्ट्ज़) बहुधा पुखराज बताकर ऊँचे दाम पर बेच दिया जाता है। रासायनिक रीतियों से कृत्रिम पुखराज भी अब बनने लगा है, परंतु विशेष रंगीन काच अथवा प्रकाशछन्ना द्वारा देखने पर नकली पुखराज की पकड़ हो जाती है।
रसायन की दृष्टि में पुखराज ऐल्युमिनियम फ्लेरोसिलिकेट है। इसका रासायनिक सूत्र है :
ऐ२ सि औ४ (फ्लो, औ हा)२
Al2 Si O4 (F, O H2)
(महाराजजनारायण मेहरोत्रा)