पीलीभीत १. जिला, स्थिति : २८ से २८ ५३ उ.अ. तथा ७९ ३७ से ८० २७ पू.दे.। यह भारत में उत्तर प्रदेश राज्य का जिला है। इसका क्षेत्रफल १,३५२ वर्ग मील है। इसके उत्तर में नैनीताल, उत्तर-पूर्व एवं पूर्व में नेपाल देश तथा खीरी, दक्षिण में खीरी और शाहजहाँपुर एवं पश्चिम में बरेली जिले स्थित हैं। इस जिले में शारदा, चौका, गोमती, खनीत, कटना एवं देवहा आदि नदियाँ बहती हैं। शारदा नदी के पास के भाग को छोड़कर सभी जगह जलोढ़ मिट्टी मिलती है। यहाँ साल के वृक्ष प्रमुख हैं। जंगली सूअर, हरिण, चीते, सियार, भेड़िए, तीतर, बतखें आदि यहाँ के जीवजंतु हैं। यहाँ की जलवायु स्वास्थ्यप्रद है एवं दक्षिण की अपेक्षा उत्तर की ओर अधिक ठंडक रहती है। बुखार का रोग भी कभी-कभी फैल जाता है। वार्षिक वर्षा का औसत ४९ इंच है। वर्षा उत्तर की ओर दक्षिण से अधिक होती है। उत्तर-पूर्वी भाग में धान तथा दक्षिणी भाग में गन्ना, गेहूँ तथा चना भी खूब पैदा किए जाते हैं। यहाँ जौ, बाजरा, तिलहन भी उगाए जाते हैं। साल और हल्दू यहाँ के प्रमुख पेड़ हैं। शक्कर बनाना, नाव बनाना, लकड़ी पर खुदाई का काम करना प्रमुख उद्योग हैं। थोड़ी मात्रा में जूट के बारे, धातुओं के बरतन, सूती कपड़ा भी बनाया जाता है। यहाँ से बाहर जानेवाली वस्तुओं में गेहूँ, शक्कर, चावल, काली मिर्च सुहागा प्रमुख हैं। पीलीभीत पूरनपुर तथा बीसलपुर प्रमुख नगर हैं।

२. नगर, स्थिति : 28� 38� उ.अ. तथा 79� 48� पू.दे.। यह जिले का प्रमुख नगर एवं शासनकेंद्र है। पहले इसे हफीजाबाद भी कहते थे। यह अधिकांश समय में पानी से घिरा रहता है। यहाँ दिल्ली की जामा मस्जिद की नकल पर हफ़ीज रहमत खाँ द्वारा बनवाई एक मस्जिद भी है। इसके अलावा कचहरी, अस्पताल, घंटाघर तथा संस्कृत विद्यालय भी हैं। यहाँ चीनी, चावल, गेंहूँ आदि का व्यापार होता है। बैलगाड़ियाँ बनाना यहाँ का प्रमुख काम है।(रमेशचंद्र दुबे)