पिसानो, वित्तोरे (१३९७-१४५५) इटली का चित्रकार और तमगों का आविष्कर्ता। 'पिसबिल्लो' नाम से अधिक मशहूर। प्रसिद्ध मानववादी ग्वारीनो ने एक बार उसकी प्रशंसा में कहा था ''तुम्हारी कलाचातुरी ने वेरोना का मुख उज्ज्वल किया है।''
फरारा, मिलान, पाविआ, नेपुल्स, रोम, वेनिस, वेरोना आदि प्रमुख स्थानों का भ्रमण कर उसने विभिन्न अवसरों पर अपनी कलासाधना को परिपक्व किया था। १४२२ में वेनिस के एक बड़े कौंसिल हाल के निर्माण का भार उसे सौंपा गया। इटली में राजपरिवारों, उच्चाधिकारियों और अभिजात वर्ग के आकृतिचित्र तमगे, साजसज्जा का स्फुट सामान आदि उसके द्वारा काफी मात्रा में निर्मित हुए। दृश्यचित्रण और पशुओं की विभिन्न भंगिमाओं का संग्रह 'वैलार्डी' पुस्तक में मिलता है। अनेक भित्तिचित्र, पैनेल पेंटिंग और उभरा चित्रांकन भी पेरोना में मिला है, किंतु चित्रों से अधिक यह तमगों के लिए प्रसिद्ध है। (शचीरानी गुर्टू)